झुंझुनूताजा खबरशिक्षा

बेटियों को पढ़ाने से दो परिवार शिक्षित होते हैं – डोटासरा

टमकोर में नवक्रमोन्नत राबाउमाविद्यालय के उद्घाटन समारोह में

शिक्षा,पर्यटन एवं देवस्थान राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार बालिका शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बेटियों को पढ़ाने से दो परिवार शिक्षित होते हैं। डोटासरा शनिवार को जिले के टमकोर में नवक्रमोन्नत राबाउमाविद्यालय के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार हर वर्ग और क्षेत्र को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है, जिससे प्रदेश का चहुंमुखी विकास हो सके। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व है। सरकार शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक धन राशि खर्च करेगी, ताकि प्रदेश के बच्चे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि आज अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की भी अत्यंत आवश्यकता है, जिसे मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने बखूबी समझा और इस क्षेत्र में कार्य भी किया। जल्द ही प्रदेश में सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित होने लगेगी। मुख्यमंत्री की यह मंशा है कि प्रदेश के गरीब और किसान के बेटे-बेटी भी इंग्लिश माध्यम स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करें। डोटासरा ने कहा कि शिक्षा विभाग की सभी समस्याओं को एक-एक कर निस्तारित किया जाएगा, ताकि शिक्षा व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार ने शिक्षा के क्षेत्रा में दान देने वाले भामाशाहों का भी राज्य एवं जिला स्तर पर सम्मान कर यह बताया है कि दान देने वाला बड़ा होता है, उनका सम्मान आवश्यक है। समारोह के बाद शिक्षा मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने स्कूल प्रांगण में पौधारोपण किया। डोटासरा ने कहा कि सरकार ने यह निर्णय लिया है कि जिस सरकारी स्कूल में जितने बच्चों के नये एडमिशन होंगे वहां उतने ही पौधे लगाए जाएं, ताकि प्रदेश को हरा-भरा भी कर सकें और बच्चे में कार्यशीलता एवं अपनेपन की भावना भी पैदा हो सके। समारोह में पूर्व विधायक रीटा चौधरी ने गांव में सीएचसी खुलवाने तथा स्कूल में दो नये संकाय खुलवाने की मांग रखी। इस अवसर पर स्कूल में विकास कार्य करवाने वाले भामाशाह बालचन्द चोरडि़या, विनोद चोरडि़या एवं महेन्द्र गडिया का भी अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया। समारोह में जनप्रतिनिधि, शिक्षा विभाग के अधिकारी, ग्रामीणजन एवं स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button