आरपीएस नरेंद्र डागर की सतर्कता और संवेदनशीलता ने बचाया घर का इकलौता चिराग
सुसाइड करने की रहा था तैयारी
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] आप जिस शख्स की फोटो देख रहे हैं ये शख्स शायद आज जिंदा ना होता, लेकिन ये शख्स दुनिया को अलविदा करता उससे पहले कुछ ऐसा हुआ जो किसी चमत्कार से कम नहीं। यह मामला सादुलपुर का है। हाईवे से दूर एकांत में जगसीर नाम का एक शख्स गाड़ी खड़ी कर सुसाइड नोट लिख रहा था। उसने नाइलोन की एक नई रस्सी भी खरीदी थी जो कार की डैशबोर्ड पर रखी हुई थी, वो सुसाइड नोट लिख ही रहा था कि तभी गश्त लगाती पुलिस की गाड़ी वहां से गुजरी। गाड़ी में नरेंद्र डागर आरपीएस तैनात थे।उन्होंने एकांत में ब्रेजा गाड़ी खड़ी देखी, तो कुछ शक हुआ। चेक करने गए तो जगसीर पुत्र पाला सिंह जाति जाट सिख उम्र 32 साल निवासी टाल खुर्द बैठा था और कॉपी में कुछ लिखे जा रहा था। नरेंद्र डागर की नजर गाड़ी में पड़ी नायलॉन की रस्सी देखी तो शक गहरा गया।
उन्होंने जगसीर से कॉपी छीन कर पढ़ी तो पता चला कि वो सुसाइड करने वाला था। वो काफी डिप्रेशन में था। नरेंद्र डागर और पुलिस टीम ने युवक को काफी समझाया और अपने साथ थाने ले आए। थाने पहुंच कर पुलिस ने परिजनों से संपर्क किया और मौके पर बुलाया। जब परिजन थाने पहुंचे तो पुलिस वालों ने उन्हें हिदायत देकर जगसीर को सौंप दिया। परिजनों ने बताया कि जगसीर पांच बहनों का एक ही भाई है। वहीं उसके दो बच्चे हैं। वो घर में तंगी की वजह से काफी परेशान था। कल ही जगसीर घर से निकल गया था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट संबंधित थाना में दर्ज करवाई गई।