साथ में सड़क हादसे के लिए खड़े है खंभे और कोटड़ी
झुंझुनूं, जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम पंचायत देरवाला में मुख्य सड़क किनारे काजी बस्ती के सामने खेलते बच्चे कब खुले पड़े बोरवेल में गिर कर कोटपुतली की चेतना की घटना की पुनरावृति हो जाए इसका भगवान ही मालिक है। साथ इस बोरवेल के पास में बने पीलर यानी खंभे और कोटड़ी सड़क हादसे को दावत दे रहे हैं। 11 साल से इस तरफ न जिम्मेदार जलदाय विभाग का ध्यान है न ग्राम पंचायत का। इस बोरवेल के सामने बने घरवालों ने सड़क की सीमा पर चार दिवारी करने पर यहां से गुजरने वाले साधनों के लिए दुर्घटना की आशंका को ओर अधिक बढ़ जाती है। बोरवेल के पास बनी इसकी कोटड़ी के पास आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है। जो रात को आने वाले वाहनों के लिए दुर्घटना का कारण बन रही हैं। ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव लिया । क्षेत्र वासियों ने बताया कि कोटड़ी और बोरवेल के कारण सकडी हो चुकी रोड़ पर दुर्घटना की कई घटनाएं घटित हो चुकी है। कोटड़ी की ओट में आवारा पशु खड़े रहते हैं जो तेज गति से आ रहे वाहनों के सामने आ जाने से दुर्घटना हो जाती है। वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग झुंझुनू के अधीक्षण अभियंता ने झुंझुनू जिला प्रशासन को सूचित किया था कि झुंझुनू में कोई भी बोरवेल खुला पड़ा नहीं है और झुंझुनू जिला कलेक्टर ने कल ही अधीक्षण अभियंता को इस भ्रमित जानकारी देने के लिए कारण बताओं नोटिस जारी किया था। यह तो हाल तब है जब प्रदेश में बोरवेल के एक के बाद एक बड़े हादसे सामने आ रहे हैं और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के बड़े अधिकारी अभी भी इस मामले में संजीदगी नहीं दिखा रहे हैं और बिना फील्ड पर जाए ही महज खाना पूर्ति करके जिला प्रशासन को भी अंधेरे में रख रहे हैं। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू