पुलिस ने एमवी एक्ट की धारा 185 में किया गिरफ्तार
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] प्रसुताओं को प्रसव पीड़ा के दौरान घरों से लेकर नजदीकी अस्पताल तक पहुंचने वाली राजस्थान सरकार की 104 जननी एक्सप्रेस का चालक ही अगर शराब के नशे में हो तो प्रसुताओं की जिंदगी कैसे सुरक्षित होगी। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को सरदारशहर में सामने आया है जहां पर शराब के नशे में धुत 104 जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस के चालक ने शराब के नशे में धुत होकर पहले तो एंबुलेंस को मुख्य बाजार में दौड़ाया और आखिरकार एंबुलेंस गांधी चौक के पास एक घोड़ा गाड़ी से टकरा गई ओर 1 मेडिकल स्टोर में घुस गई। हादसे में गनीमत रही की जब एंबुलेंस घोड़ा गाड़ी से टकराई तब एंबुलेंस में प्रसूता नहीं थी। हादसे के बाद मौके पर भीड़ इकट्ठी हो गई और हादसे की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे हेड कांस्टेबल प्रताप सिंह ने शराब के नशे में धुत चालक को राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर डॉक्टर चंदनमल मोटसरा ने घायल चालक का प्राथमिक उपचार किया डॉक्टर ने बताया कि घायल व्यक्ति शराब के नशे में धुत है। हेड कांस्टेबल प्रतापसिंह बताया कि गस्त के दौरान सूचना मिली कि एक एंबुलेंस चालक एंबुलेंस से मेडिकल वालों को मार देता। मौके पर पहुंचे तो एंबुलेंस मेडिकल में घुसी हुई थी ओर एंबुलेंस चालक शराब के नशे में था। चालक के नाक पर चोट लगी हुई थी और एंबुलेंस ड्राइवर साइड से क्षतिग्रस्त हुई थी। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चालक का मेडिकल करवाया और चालक हरपालसर निवासी अजयपाल सिंह राठौड़ को एमवी एक्ट की धारा 185 में गिरफ्तार किया गया है और एंबुलेंस को सीज किया गया है। उन्होंने बताया कि गनीमत रही की एंबुलेंस पूरी तरह से मेडिकल दुकान में अंदर तक घुसी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं पूरे हादसे में गौर करने वाली बात यह है कि अगर इस तरह से सरकारी वाहन जिन्हें आमजन आपातकालीन समय में उपयोग में लेते हैं। अगर उनके चालक शराब के नशे में धुत रहेंगे तो यह मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है। इस तरह के लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। शेखावाटी लाइव के लिए चूरू से सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट