सरकारी अस्पताल की बदहाली से व्यथित पिता पुत्र पैदल यात्रा कर पहुंचे जिला कलेक्टर के पास
जिला स्तरीय सरकारी अस्पताल के हालात बताए ग्रामीण क्षेत्र की पीएचसी से भी बदतर
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] जनता की स्वास्थ्य एवं शिक्षा की मूलभूत आवश्यकताओं की समस्याओं को राज्य सरकार के संज्ञान में लाने के लिए रतनगढ़ निवासी अमरचंद माली व उसका पुत्र कार्तिक सैनी शनिवार रात्रि को पैदल चलकर सोमवार को कलेक्ट्रेट में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी को ज्ञापन सौंपा। अमरचंद माली ने बताया कि रतनगढ़ में जिला स्तरीय सरकारी अस्पताल होते हुए भी पर्याप्त डॉक्टर्स के अभाव में इसकी दशा एक ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित पीएचसी भी बदतर है। इस अस्पताल में 42 डॉक्टर्स के लिए पद स्थापित है, लेकिन विभागीय लापरवाही और स्थानीय राजनैतिक लोगों की अकर्मण्यता के चलते यहाँ डॉक्टर्स की संख्या कभी भी 18 से 20 के ऊपर नहीं रही। इसमें भी डॉक्टर्स कोई साप्ताहिक अवकाश तो कोई निजी अवकाश पर रहते हैं, तो यह संख्या और भी कम हो जाती है। पिछले एक साल से सोनोलॉजिस्ट के अभाव में मरीजों की सोनोग्राफी भी यहीं नहीं हो पा रही है। हमारे कस्बे से दो बड़े हाइवे होकर गुजरते हैं, जिन पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है लेकिन अस्पताल में स्थापित ट्रॉमा सेंटर में समुचित सुविधाओ और पर्याप्त डॉक्टर्स के अभाव में दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को अन्यत्र हाइसेन्टरों पर रेफर करना पड़ता है। अधिकतर तो बेचारे इन वजहों से अपनी जान से भी हाथ धो बैठते हैं।
जिला अस्पताल में स्वीकृत डॉक्टर्स एवं नर्सिंग स्टॉफ में रिक्त पदों की स्थिति इस प्रकार है कि वरिष्ठ विशेषज्ञ के चार पद स्वीकृत है, जो खाली पड़े है। कनिष्ठ विशेषज्ञ के 15 पद स्वीकृत है। जिनमें 4 पद खाली है। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी 3 स्वीकृत है, जिनमे एक पद खाली है। चिकित्सा अधिकारी स्वीकृत 17 है, जिनमें 3 खाली पड़े हैं। सर्जन व स्त्री रोग विशेषज्ञ 2- 2 स्वीकृत है। जिनमे एक-एक पद खाली है। एनेस्थीटिक एक स्वीकृत है, जबकि एक खाली पड़ा है। सोनोलॉजिस्ट का एक पद स्वीकृत है, वो भी खाली पड़ा है। इन सबके अलावा ऑटो अनलाइजर मशीन, सिटी स्कीन मशीन, एयर कंडीशनर आदि मशीनों की अति आवश्यकता है। जोकि जिला अस्पताल में नही है। लेब टेक्नीशियन बढ़ाने चाहिए। अस्पताल में सुरक्षा गार्ड की आवश्यकता है। अस्पताल में पुलिस चौकी बन्द पड़ी है। जीएनएम सेंटर की कमी है। अस्पताल में सड़कें टूटी फूटी हुई है। इस अवसर पर मनीष रिणवा, विमला देवी, सुनील मरोठिया, ममता माली, स्नेहा सैनी, किरण, संजू बाला शर्मा,रुकमणी देवी, संजय सारस्वत, ललित आत्रेय, प्रकाश जांगिड़, दिनेश रॉयल, मनोज स्वामी, अश्विनी कुमार, दीपक डिडवानिया, जानसेर खान, सद्दाम अली, ललित चारण व नंदकिशोर कंदोई आदि ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। शेखावाटी लाइव के लिए चूरू से सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट