सरकारी अस्पताल में अब तक 200 मरीज हो चुके हैं भर्ती
शादी में खाना खाने से हुआ था फूड पॉइजनिंग, 200 से अधिक लोगों के हुआ उल्टी, दस्त, बुखार
तीन दिन से लगातार सीएमएचओ राजकुमार डांगी एवं बीसीएमओ डॉ. मुकेश भूपेश लगातार ले रहे हैं मरीजों की जानकारी
उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] कस्बे में 4 दिन पहले शादी समारोह में खाना खाने के बाद लगभग 200 से अधिक महिला, पुरुष, बच्चे बीमार हो गए। जानकारी के अनुसार शादी में खाना खाने के दूसरे दिन पेट दर्द, उल्टी, दस्त, बुखार की शिकायत हुई, तबीयत अधिक खराब होने पर लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। जिनमें से कुछ मरीजों का अभी लगातार चौथे दिन भी इलाज जारी है। राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार को भी लगभग 20 मरीज ओर भर्ती हुए हैं। जिनका चिकित्सकों एवं मेडिकल टीम के द्वारा इलाज जारी है। चार दिन से लगातार राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला, पुरुष, जनाना, कोविड, शिशु वार्ड सहित सभी वार्ड उल्टी, दस्त, बुखार के मरीजों से भर गए। इधर सूचना पर प्रशासन के उच्च अधिकारियों सहित सीएमएचओ डॉ. राजकुमार दांगी तथा खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश भूपेश बार-बार अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों तथा मेडिकल टीम के साथ वार्डों में जाकर मरीजों से मिल रहे हैं। सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने बताया कि चिकित्सकों की टीम की निगरानी में उपचार जारी है। अभी तक सभी की हालत स्थिर है, काफी लोगों की तबीयत में सुधार हुआ है। अन्य सरकारी अस्पतालों से भी डॉक्टर्स तथा मेडिकल स्टाफ की निगरानी में उपचार जारी है। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश भूपेश ने बताया कि शुक्रवार को सुबह से लोग पेट दर्द, दस्त, बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे थे। जिन्हें उपचार के लिए वार्डों में भर्ती किया गया। चिकित्सकों की टीम की निगरानी में इलाज जारी है। मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। डॉक्टर अनिमेष गुप्ता ने बताया कि चिकित्सा विभाग की टीम की निगरानी में उपचार जारी है। मरीजों की हालत स्थिर है जिनकी तबीयत में सुधार हुआ है उनको छुट्टी व दवाइयां देकर घर भेज दिया गया है। पालिका क्षेत्र में सर्वे टीम के द्वारा सर्वे करवाया जा रहे हैं। अस्पताल के चिकित्सकों एवं मेडिकल टीम के द्वारा दिन-रात तैनात होकर कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। संपूर्ण स्टाफ हर मरीज का फीडबैक ले रहा है। मेडिकल स्टाफ का पूर्ण सहयोग है जल्दी सभी मरीज ठीक होंगे। जो मरीज ठीक हो गए हैं, उनको छुट्टी दे दी गई है।