![](https://shekhawatilive.com/wp-content/uploads/2025/02/WhatsApp-Image-2025-02-08-at-2.44.45-PM-750x470.jpg)
सम्मान पत्र एवं एक लाख रूपये देकर किया जायेगा सम्मानित
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] श्री गांधी बाल निकेतन, रतनगढ़ के संस्थापक सचिव शिक्षाविद् चम्पालाल उपाध्याय एडवोकेट की तीसरी पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति में द्वितीय उपाध्याय सम्मान का आयोजन शुक्रवार, 14 फरवरी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय टाउन हॉल, रतनगढ़ में समारोह पूर्वक किया जायेगा। कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध कवि वरिष्ठ लेखक सम्पत सरल को उनकी निर्भीक एवं बेबाक ढंग से की जा रही साहित्य सेवा हेतु उपाध्याय सम्मान प्रदान किया जायेगा। इसके अन्तर्गत सम्मान पत्र एवं एक लाख रूपये प्रदान कर उनके योगदान को रेखांकित किया जायेगा।
मणकसास, उदयपुरवाटी में जन्में सम्पत सरल ने राजस्थान विष्वविद्यालय से हिन्दी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। अब तक उनकी एक मंजिला मकान में लिफ्ट, निठल्ले बहुत बिजी हैं तथा चाकी देख चुनाव की जैसी तीन कृतियां प्रकाषित हो चुकी हैं। कवि सरल में यूएसए अमेरिका, रूस, जापान, कनाडा, सउदी अरब, सिंगापुर, हांगकांग, थाईलैंड, ओमान, नेपाल तथा यूएई दुबई जैसी जगहों पर अपनी स्वतंत्र एवं निर्भीक कविताओं का पाठ कर चुके हैं।
आयोजन में उपाध्याय द्वारा किये गये सार्वजनिक कार्यों में अपना उदार प्रषासनिक सहयोग प्रदान करने वाले पांच राजनेताओं के प्रति कृतज्ञता स्वरूप उपाध्याय सम्मान अर्पित कर उनके परिजनों को भिजवाया जायेगा। इनमें राजस्थान के दिग्गज राजनेतागण मोहनलाल सुखाड़िया, हरिभाउ उपाध्याय, भैरोंसिंह शेखावत, षिवचरण माथुर, हरिषंकर भाभड़ा तथा मानिकचन्द सुराना के नाम शामिल हैं। समारोह में वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारेठ एवं राजस्थान साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष दुलाराम सहारण मंचस्थ अतिथि होंगे।
उल्लेखनीय है कि उपाध्याय सम्मान प्रतिवर्ष उनकी तरह सेवाभाव, सामाजिक विकास में अतुलनीय योगदान तथा निस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले महानुभावों को प्रदान किया जाता है। गतवर्ष वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारेठ, प्रदीप शेखावत तथा वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमित ढाका को 1-1 लाख रूपये व उपाध्याय सम्मान से अलंकृत किया गया था। इसके साथ ही उपाध्याय की प्रेरणा से जनहित के कार्यों हेतु धनराषि उपलब्ध करवाने वाले 14 भामाषाहों एवं उनके अनन्य सहयोगी रहे 3 महानुभाओं को उपाध्याय सम्मान प्रदान कर उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की गई थी।