देश की सेना में सर्वाधिक सैनिक देने का गौरव राजस्थान के शेखावाटी को है जिसमें झुंझुनू जिले का अहम योगदान है और देश के लिए शहादत देने में भी शेखावाटी के लाडले पीछे नहीं है, चाहे बात मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित पीरु सिंह की हो या 15 दिन पहले ही शहीद श्योराम गुर्जर की हो। क्षेत्र के लाडले वीर देश की शहादत में अपना नाम लिखने में कहीं पीछे नहीं है । लेकिन पुलवामा में हुए देश के सबसे बड़े आतंकी हमले के बाद क्षेत्र के लोग एक अनजाने खतरे से भयभीत हैं कि ना जाने कब क्षेत्र में यह खबर आ जाए कि सरहद पर देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वालों में एक और लाडला अपने प्राणों की आहुति दे गया । ऐसी ही एक खबर बुधवार सुबह खेतड़ी उपखंड में आई तो क्षेत्र के लोगों की आंखें नम हो गई। सीआरपीएफ के जवान नरेश पाल गुर्जर का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव भगता वाली ढाणी पहुंचा । नरेश पाल कई दिनों से बीमारी की वजह से दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती थे । श्रीनगर के अनंतनाग में तैनात 40 बीएन सीआरपीएफ के जवान नरेश पाल गुर्जर की दिल्ली के आर्मी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। साथ आए सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट हरेंद्र सिंह ने बताया जवान पिछले डेढ़ महीने से बीमारी की वजह से दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती थे जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। बुधवार को पूरे सैनिक सम्मान के साथ पैतृक गांव गडराटा पंचायत के ढाणी भगता वाली में अंतिम संस्कार कर दिया गया। साथ आई सीआरपीएफ की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाते हुए गार्ड ऑफ ऑनर दिया दिया। जवान के पिता की 17 साल पहले मौत हो चुकी माता परमेश्वरी देवी व पत्नी मंजू देवी को अपने पीछे छोड़ कर गए । जवान की पार्थिव देह पर तहसीलदार बंशीधर योगी, पूर्व विधायक हजारीलाल गुर्जर, भाजपा नेता इन्जिनियर धर्मपाल गुर्जर, बोदूराम गुर्जर, राजेश गाडराटा, मदनलाल बटार, हजारीलाल ग्रेट, रमेश सैनी सहित सैकड़ो लोगो ने पुष्प अर्पित किए।