मूंडरू की ढाणी जालपाली में
श्रीमाधोपुर, मूंडरू की ढाणी जालपाली में खुर्मपुरा सडक़ से नदी तक जाने वाले रास्ते से ढाणी डाकीपुरा जालपाली में जाने वाले रास्ते को कुछ लोगों के द्वारा अवरुद्ध कर रास्ते को बंद कर देने के बाद एक परिवार का आना जाना पूर्णतया बंद हो गया। जिसको लेकर पीडि़त परिवार ने रास्ता अवरुद्ध कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन से लेकर प्रशासन के अधिकारियों को अवगत करवाया। लेकिन उसे न्याय नहीं मिलने पर सोमवार को पीडि़त प्रभु दयाल सैनी अपने परिवार को साथ लेकर मूंडरू पंचायत अटल सेवा केंद्र पहुंचकर अनशन पर बैठ गया। खाना पीना बंद कर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाने लगा। जब उक्त मामला मीडिया में पहुंचा तो प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी मामले में प्रसंगज्ञान लेते हुए मौके पर पहुंचे और पीडि़त प्रभु दयाल पुत्र नारायण सैनी से पूरे मामले की जानकारी लेकर उसे 2 दिन में अवरुद्ध रास्ते को खुलवाने तथा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। तब जाकर पीडि़त प्रभु दयाल ने अपना अनशन तोड़ घर लौटा।
यह था मामला पीडि़त प्रभु दयाल का कहना है कि मूंडरू से खुर्मपुरा सडक़ से नदी तक जाने वाले रास्ते से ढाणी डाकीपूरा जालपाली तक रास्ता खातेदारी आबादी भूमि एवं राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है। पीडि़त प्रभुदयाल सैनी ने गांव के ही गोमाराम पुत्र भोलाराम, धर्मेंद्र, अशोक, राजेंद्र पुत्र गोमाराम, भैरूराम पुत्र सुंदर, नरेश, रामवतार, सुल्तान, शंकर पुत्र गण भैरूराम, प्रहलाद, मोहन पुत्र गण भीमाराम, जगदीश आदि पर आरोप लगाया कि उक्त लोगों ने षडयंत्र रचकर उसके रास्ते को बंद कर दिया। जब रास्ते को खुलवाने की मांग को लेकर उक्त लोगों से पीडि़त प्रभुदयाल ने बातचीत की तो उक्त लोगों ने उसके साथ मारपीट की और रविवार शाम को उसके परिवार की महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और उसके मकान पर पत्थरबाजी की। जिसमें उसके मकान का जंगला भी टूट गया। पीडि़त प्रभु दयाल ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि उक्त मामले को लेकर जब उसने पुलिस में शिकायत की तो उसे वहां भी निराशा मिली और पुलिस ने उसका कोई मामला दर्ज नहीं किया। सोमवार को पीडि़त अपने परिवार के साथ अटल सेवा केंद्र में अनशन पर बैठने के बाद सरपंच सुमित्रा देवी ने मामले में प्रसंज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा एसडीएम श्रीमाधोपुर के नाम पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई करने की बात लिखी।