उन्होंने कहा कि विलंब से हुआ न्याय भी एक प्रकार से अन्याय ही है
चूरू, राजस्थान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज ने सोमवार को सर्किट हाऊस में आमजन की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण का भरोसा दिलाया। इस मौके पर आमजन ने महिला उत्पीड़न के प्रकरणों से जुड़ी परिवेदनाएं उनको दीं। साथ ही विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं और जरूरतों को लेकर भी महिला आयोग अध्यक्ष से अनुरोध किया। महिला आयोग अध्यक्ष ने तसल्लीपूर्वक लोगों की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण का आश्वासन दिया। दहेज उत्पीड़न आदि के प्रकरण पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दहेज एक सामाजिक कुरीति है और एक सभ्य समाज में इस तरह की चीजें सामने आती हैं, तो दुखद है। कानूनी उपाय के साथ-साथ लोगों की सोच में भी बदलाव की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए शिक्षा और जागरुकता की बेहद आवश्यकता है। जब महिलाएं सशक्त होंगी तो निश्चित ही महिला उत्पीड़न के मामलों पर वे मुखर होकर अपनी बात कह सकेंगी। उन्होंने कहा कि महिला आयोग द्वारा प्राप्त प्रकरणों की प्रभावी मॉनीटरिंग की जा रही है और इन मामलों में चाहे दोषी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि आज जमाना शिक्षा का है। महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में अपना मुकाम बना रही हैं, ऎसे में जरूरत इस बात की है कि वे अपने अधिकारों के प्रति भी जागरुक हों और किसी भी प्रकार के अत्याचार व हिंसा के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न से जुड़े प्रकरणों की सुनवाई के लिए आयोग हमेशा तत्पर है। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा नियमित रूप से लोगों की समस्याएं सुनी जा रही हैं।
जनसुनवाई में प्राप्त प्रकरणों को लेकर रेहाना रियाज ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि इन प्रकरणों में प्रभावी कार्यवाही हो और लोगों को समयबद्ध ढंग से न्याय मिले। उन्होंने कहा कि विलंब से हुआ न्याय भी एक प्रकार से अन्याय ही है। पीड़ितों को समय पर न्याय मिलना चाहिए। इस दौरान रियाजत खान, राधेश्याम चोटिया, रामनिवास सहारण, सुबोध मासूम, रामरतन सिहाग, रतन लाल जांगिड़, आबिद मोयल, योगेंद्र शर्मा, रामदेव बेरवाल सहित जनप्रतिनिधि एवं आमजन मौजूद थे।