टॉल फ्री नम्बर पर मिल रही है भावनात्मक सहयोग और काउंसलिंग सेवाएं
झुंझुनूं, यूक्रेन और युद्ध क्षेत्रों से लौटे स्टूडेंट्स को किसी भी प्रकार की मानसिक उलझन, तनाव आदि महसूस हो रहा है तो अपने नजदीकी जिला अस्पताल में संचालित मानसिक स्वास्थ्य विभाग में मनोचिकित्सक से काउंसलिंग कर परामर्श लेवें। यूक्रेन से लौटे स्टूडेंट्स तनाव एंव अन्य मानसिक रोगों से ग्रस्त न हो इसके लिए के चिकित्सा विभाग सतर्क हो गया है। एनएचएम एमडी डॉ जितेंद्र कुमार सोनी ने विभाग के सभी उच्चाधिकारियों को इस सम्बंध में निर्देश दिये हैं। सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि विशिष्ट शासन सचिव और एमडी एनएचएम डॉ जितेंद्र सोनी के निर्देशानुसार बीडीके जिला अस्पताल में संचालित मानसिक स्वास्थ्य इकाई में यूक्रेन से लौटे स्टूडेंट्स की मानसिक परेशानियों को मध्यनजर रखते हुए निःशुल्क परामर्श और उपचार की विशेष व्यवस्था की है। सीएमएचओ डॉ गुर्जर ने बताया कि जिले के जितने भी स्टूडेंट्स युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से लौटे है उन्होंने युद्ध की त्रासदी को अपनी आंखों के देखा है तो ऐसे में मानसिक अवसाद, तनाव तथा अन्य मनोरोग पैदा होने की आशंका बढ़ जाती हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स मनोचिकित्सक की सलाह ले सकते है। स्वास्थ्य विभाग ने मानसिक तनाव की स्थिति और मानसिक समस्याओं के समाधान के लिए टॉल फ्री मनसँवाद 18001800018 पर अपने मन की बात और भावनाओं को साझा कर काउंसलिंग ले सकते हैं। मन संवाद हैल्पलाईन की सुविधा युक्रेन से राजस्थान लौटे विधार्थी और आमजन सुबह 9 से सांय 5 बजे तक ले सकते हैं ।
यूक्रेन से वापस लौटे जिले के स्टूडेंट्स तनाव न ले मनोचिकित्सक से परामर्श करें-पीएमओ डॉ बाजिया
बीडीके जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ वीडी बाजिया ने बताया कि यूक्रेन में युद्ध की त्रासदी देख कर आये स्टूडेंट्स जरा भी मानसिक तनाव या उलझन महसूस करे तो तुरंत बीडीके अस्पताल की मानसिक स्वास्थ्य इकाई में आकर अपनी काउंसलिंग करवाये। मनोचिकित्सक से अपने विचारों को उलझलो को साझा कर परामर्श ले और अपना उपचार करवाये। बीडीके अस्पताल में यूक्रेन से लौटे स्टूडेंट्स के तनाव प्रबंधन के लिए कन्सलिंग की माकूल व्यवस्था की गई है।