राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बिजली संकट पर अपील की उड़ रही है खिल्ली
कार्य के प्रति उदासीन अधिकारी व कर्मचारियों को नोटिस देकर नगर परिषद पर जिला कलेक्टर द्वारा कार्यवाही की जानी चाहिए
झुंझुनू, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बिजली संकट पर अपील कर रहे है कि अपने निवास या कार्यक्षेत्र के गैर-जरूरी बिजली उपकरणों को बन्द रखें। अपनी प्राथमिकताएं तय कर बिजली का उपयोग जरूरत के मुताबिक करें। लेकिन झुंझुनू जिला मुख्यालय पर दिन में जलती स्ट्रीट लाइट सम्बंधित विभाग और अधिकारियो कर्मचारियों की गैर जिम्मेदारी और लापरवाही की कहानी खुद बयान कर रही है। गांवो के लोग बिजली संकट के दौरान त्राहिमाम कर रहे है वही जिम्मेदारों की यह लापरवाही परेशान करने वाली तो है ही साथ ही सरकारी महकमे के लोग वर्तमान बिजली संकट के दौरान भी लापरवाही की ऐसी बानगी पेश कर रहे है जिससे सूबे के मुखिया को भी शर्म आ जाए लेकिन यह है कि मानते ही नहीं है। झुंझुनूं शहर के गुढा मोड़ चौराहा पर बचपन अस्पताल के निकट नगर परिषद द्वारा लगाई गई स्ट्रीट लाइट दिन में भी शहर को रोशन करती रहती है। प्रदेश में इन दिनों बिजली संकट गहरा चल रहा है। उसके बावजूद भी नगर परिषद बिजली कटौती की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है जबकि बिजली विभाग गांव में जरूरत की पूर्ति के लिए थोड़ी बहुत लाइट है देती हैं ऐसे अपने कार्य के प्रति उदासीन अधिकारी व कर्मचारियों को नोटिस देकर नगर परिषद पर जिला कलेक्टर द्वारा कार्यवाही की जानी चाहिए। साथ ही ऐसे वार्डो या सरकारी कार्यालयों में भी यदि बिजली को लेकर लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई करके मुख्यमंत्री की प्राथमिकताएं तय कर बिजली का उपयोग जरूरत के मुताबिक की अपील को प्रभावी बनाने के लिए जनता के सामने भी मिशाल पेश की जा सकती है। स्थानीय दुकानदारों की माने तो दिन में जलती स्ट्रीट लाइट के दर्शन करना उनके लिए कोई नई बात नहीं है, अमूमन हर रोज ही ऐसे हालात देखे जा सकते है। वही लोगो ने बताया कि दिन में जलती स्ट्रीट लाइट के दर्शन करना झुंझुनू शहर के लोगो के लिए कोई नई बात नहीं है पर घोर बिजली संकट प्रदेश में चल रहा है तो यह बात मन को भी विचलित करती है।