बुहाना तहसील की ग्राम पंचायत पचेरी कलां की सरपंच रितुरानी के विरूद्ध स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों की शिकायत पर तथ्यों की जांच में सामने आया कि सरपंच रितुरानी ने पद एवं राजकीय राशि का दुरूपयोग किया है। लोकपाल बीके शर्मा ने मंगलवार को ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम पंचायत पचेरी कलां द्वारा कराये गये निर्माण कार्यों की मौके पर जांच करने पर हकीकत सामने आ गई। उन्होंने ग्राम पंचायत पचेरी कलां में लीलाधर सिक्का के घर से मुख्य सड़क तक लगाई गई इन्टरलोक टाइल्स के निर्माण में ग्रामीणों के सामने किये गये सैम्पल चैकिंग में पाया गया कि टाइल्स के नीचे पीसीसी नहीं डाली गई और उसका पंचायत द्वारा भुगतान उठा लिया गया। लोेकपाल ने बताया कि सरपंच द्वारा वार्ड नम्बर दो शिवसिंहपुरा में विद्याधर के निजी खेत में स्वयं द्वारा डलवाये गये ग्रेवल के पैसे भी पंचायत द्वारा उठा लिये। उन्होंने बताया कि सरपंच ने निजी खेत में सरकारी राशि से बोरिंग भी करवाया लिया और इसकी राशि 2 लाख 40 हजार पंचायत से उठा ली गई। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने अपनी शिकायत में जानकारी दी कि जिला परिषद झुंझुनू द्वारा पंचायत समिति बुहाना की ग्राम पंचायत पचेरी कलां की श्याम कॉलोनी में बोर की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन सरपंच ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए बोर अपने निजी कृषि भूमि में लगा कर बिजली का कनेक्शन करवा लिया तथा मोटर केबल भी लगा ली। उन्होंने बताया कि यह सरकारी राशि के गबन का गंभीर मामला है। इस संबंध में विकास अधिकारी को भी अवगत करा दिया गया था, लेकिन विभाग द्वारा कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई। लोकपाल ने ग्रामीणाेंं और सरपंच रितु रानी के सामने ही निर्माण कार्यो का अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि मामले की सघन जांच करने पर ही उचित कार्यवाही की जायेगी।