गुढ़ागौड़जी कस्बे का बाजार पूर्णतया रहा बंद, व्यापारियों ने स्वेच्छा से नहीं खोले प्रतिष्ठान
गुढ़ा तहसील को नवसृजित नीमकाथाना जिले में शामिल करने का किया विरोध
झुंझुनू, जिस तरह से जिलों का जंजाल सामने आया है उससे अब बवाल भी उठता नजर आ रहा है। झुंझुनू जिले का जितना बड़ा नाम है भले ही उसका जितना विकास होना चाहिए था उतना नहीं हुआ हो लेकिन फिर भी कहते है ना कि बस नाम ही काफी है। इसके शौर्य के शान ओ शौकत में जितने भी कसीदे पढ़े जाए कम पड़ ही जाते है। जिस तरह से लोगो की आवाज आ रही है जिला झुंझुनू ना छोड़ेगे उससे बरबस ही मुँह से निकल जाता है.. कुछ बात तो है झुंझुनु तेरे में यू ही कोई किसी का दिवाना नहीं होता। नए जिलों की घोषणा के साथ ही जिले के कुछ क्षेत्रो को नीमकाथाना जिले में जोड़ने की बात सामने आने के बाद लोग मुखरित होकर इसका विरोध भी करने लगे है। उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र में आमजन में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है उपखंड क्षेत्र की तहसील गुढ़ागौड़जी के 51 गांवो के लोगों में नीमकाथाना जिले में शामिल करने का विरोध दर्ज कराया । इसी के तहत आज गुढ़ागौड़जी कस्बा स्वैच्छिक बंद रहा व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रख भौड़की चौराहे पर विरोध सभा का आयोजन किया जिसमें उदयपुरवाटी के पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी के नेतृत्व में एक साथ झुंझुनू जिले में ही रहने की मांग उठी।
साथ ही एक बड़े आंदोलन की भी रणनीति बनी। पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने बताया नया जिला बनाने की घोषणा का हम स्वागत करते हैं लेकिन हम जिला मुख्यालय झुंझुनू के नजदीक हैं हमें तोड़ने का प्रयास ना किया जाए। इसके लिए हमने एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा बनाई है। 1 अप्रैल को गुढ़ा कस्बे मे बड़ी मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। 5 अप्रैल को जयपुर मे विरोध रैली का आयोजन किया जाएगा। जिला बनाने वाली लुभाया कमेटी के आवास पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अगर ऐसे में भी हमें लिखित आश्वासन नहीं मिला तो भविष्य में उग्र आंदोलन करेंगे।