झुंझुनूं, श्री जेजेटी युनिवर्सिटी के प्रेजीडेंट डाॅ देवेन्द्र सिंह ढुल ने युवाओं से आह्वान किया है कि वह अपने जीवन का लक्ष्य मिशन तिरंगा रखें। एक अच्छे खिलाडी, अच्छे प्रशिक्षक से लेकर खेल क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए मेहनत करें, ताकि उनके अभिभावक और युनिवर्सिटी को उनपर गर्व हो। उन्होंने कहा कि सीखने के प्रति जिझासा और निरंतरता विद्यार्थी में परिपक्वता लाती है।
वे शनिवार को युनिवर्सिटी कैंपस में शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित छह दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर मुख्यातिथि के तौर पर अपना उद्बबोधन दे रहे थे थे। उन्होंने खेल मैदान को चिन्हित करने, पाठ्यक्रम योजना व अध्यापक अभ्यास पर बारीकियां सीखने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। युनिवर्सिटी प्रेजीडेंट डाॅ देवेन्द्र सिंह ढुल ने कहा कि शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रत्येक विद्यार्थी को मैदान की सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वो सीखने की जिझासा को बढाएं और निरंतर खेल क्षेत्र में नई घटनाओं के बारे में खुद को अपडेट रखें। डाॅ ढुल ने कहा कि अच्छे खिलाडी, अच्छे प्रशिक्षक के तौर पर अपने क्षेत्र में व्यक्तित्व को बेहतर बनाना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि खेल क्षेत्र में श्री जेजेटी युनिवर्सिटी आज अन्य युनिवर्सिटीज और खिलाडियों के सामने प्रेरणा बन रही हैं। इसलिए विद्यार्थी युनिवर्सिटी की उपलब्धियों में अपनी भागीदारी बढाते हुए अपने अभिभावक और युनिवर्सिटी का नाम रोशन करें।
युनिवर्सिटी रजिस्ट्रार डाॅ अजीत कुमार ने कहा कि मेहनत करने का कोई समय नहीं होता। विपरीत परिस्थिति में मेहनत करके आगे बढा जा सकता है। एक विद्यार्थी में जिझासा हो और संसाधन कम हों तो भी विद्यार्थी सफलता हासिल कर सकता है। खेल निदेशक डाॅ अरूण कुमार ने कहा कि कार्यशालाओं का आयोजन नियमित तौर पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कार्यशाला के माध्यम से नई-नई जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होता है। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग के प्राचार्य डाॅ मनोज कुमार, शिक्षा विभाग प्राचार्य डाॅ रामप्रताप सैनी, योग विभाग प्रभारी डाॅ तनुश्री, असिस्टेंट रजिस्ट्रार कपिल जानु, डॉ सुषमा मौर्या, सरिता पंघाल, संगीता सांगवान एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।