झुन्झुनूं, स्थानीय गणपति नगर स्थित न्यू राजस्थान बालिका पीजी महाविद्यालय में करियर महाविद्यालय दुराना व न्यू राजस्थान बालिका पी.जी. महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में 19 मार्च 2024 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. रामकुमार सिंह, प्राचार्य, सेठ नेतराम मगराज टिबड़ेवाल राजकीय बालिका महाविद्यालय, झुंझुनू तथा अध्यक्षता प्रो. डॉ. प्रमोद कुमार धायल, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय चिड़ावा, झुंझुनू ने की। उपस्थित अतिथिगणों ने माँ सरस्वती के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की विधिवत् शुरुआत की। भाजपा जिला उपाध्यक्ष इंजी. प्यारेलाल ढूकिया ने अतिथिगण को स्मृति चिन्ह भेंट कर तथा शोल ओढाकर स्वागत किया। राष्ट्रीय सेमिनार में प्रो. डॉ. वेदव्यास जयप्रकाशनारायण द्विवेदी, उपकुलाधीपति, इण्डस विश्वविद्यालय अहमदाबाद (गुजरात) ने बताया कि नई शिक्षा नीति में अनेक बदलाव होंगे, जिसमें अध्यापक और छात्र दोनों शिक्षा नीति की धूरी है। प्रत्येक संस्था को अपना वार्षिक आकलन कर सुधार करना चाहिए। पिछले 7-8 वर्षों में केवल 18 प्रतिशत ग्रेजुएट ही नौकरी के लिए योग्य हैं। अतः हमें शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम और पढ़ने के तरीके में बदलाव करना होगा। प्रो. डॉ. नंदकिशोर, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़ (हरियाणा) ने एनईपी-2020 के विषय में बताया कि 22-23 वर्षों के बाद 2047 तक यदि हम अपने देश को विकसित देखना चाहते हैं तो हमें नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार शिक्षा के साथ-साथ प्रत्येक क्षेत्र में परिवर्तन करना होगा। प्रो. डॉ. विनोद कुमार, श्री राधेश्याम आर मोरारका राजकीय महाविद्यालय, झुन्झनू ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कुछ बदलावों को राजस्थान में लागू किया जा चुका है, जैसे विश्वविद्यालय स्तर पर सेमेस्टर प्रणाली लागू होना, पाठ्यक्रम में बदलाव और जल्द ही प्राथमिक स्तर पर सभी बदलाव किए जायेंगे तथा प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में देना आदि। छात्र कनिष्का ने एनईपी-2020 पर अपने विचार व्यक्त किये। संस्था सचिव इंजी. पीयूष ढूकिया ने उपस्थित वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच का संचालन पुष्पा ने किया।