लक्ष्मणगढ़, [बाबूलाल सैनी ] ग्रामीण बैंकों में नई भर्ती के लिए ग्रामीण बैंक कर्मी दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन सोमवार को प्रदेश एवं ज़िले की सभी शाखाएं व प्रधान कार्यालय बंद रहे । यह जानकारी देते हुए बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक आफिसर्स/एम्पलाईज एसोसिएशन के संगठन मंत्री सुरेश कुमार माहिच ने बताया कि ज्वाइंट फोरम आफ बीओबी संचालित ग्रामीण बैंक यूनियन्स के आंदोलन के चरण में सभी संवर्गों पर नई भर्ती करने की मांग के लिए 19 व 20 जून को आयोजित दो दिवसीय हड़ताल में बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के अधिकारी कर्मचारीयों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की राजस्थान के 21 जिलों की 880 शाखाएं ,12 क्षेत्रीय कार्यालय व प्रधान कार्यालय सभी में हड़ताल रही। माहिच ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से लगातार नई भर्ती नहीं की जा रही है । वित्तीय वर्ष 2020 में व्यवसाय के आधार पर नई भर्ती कर जून 2021 में नियुक्ति दी गई। तथा बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का वित्तीय वर्ष 2020 के बाद व्यवसाय में 40 प्रतिशत वृद्धि हुई इसी दौरान 856 स्टाफ सेवानिवृत्त हो गया या नौकरी छोड़ गया। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार मानव शक्ति का निर्धारण मित्रा कमेटी के अनुसार प्रतिवर्ष व्यवसाय के आधार पर नई भर्ती की जाती है । वर्तमान में बैंक में मित्रा कमेटी के अनुसार स्टाफ की आवश्यकता है। उसका मात्र 50 प्रतिशत स्टाफ ही है जिससे ग्राहकों को अच्छी सुविधा देना संभव नहीं है। ग्रामीण बैंक के संचालक बैंक आफ बड़ौदा के प्रबन्धन द्वारा अनाधिकृत हस्तक्षेप कर तानाशाही नीति से नई भर्ती पर रोक लगा रखी है । उन्होंने बताया कि दो दिवसीय हड़ताल के दौरान बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण की सीकर व नीमकाथाना जिले की 110 शाखाएं व क्षेत्रीय कार्यालय बंद रही। इस अवसर पर यूनियन की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया।