चुरूताजा खबरपरेशानी

क्षतिग्रस्त सड़क बनी परेशानी का सबब

बरसात के समय पानी इकट्ठा होने पर आवागमन रहता है बंद

राजलदेसर, [सुभाष प्रजापत ] तहसील के निकटवर्ती ग्राम पंचायत लाछड़सर में गांव के अंदर करीब 20 वर्ष से सड़क निर्माण कार्य नहीं होने पर ग्रामवासियों में काफी रोष दिखाई दिया । वही जोरावरपुरा से मोमासर तक सड़क में जगह-जगह गहरे गड्ढे होने के कारण कभी भी बड़े हादसा हो सकता है । ग्रामीणों ने बताया कि गांव के अंदर करीब 2 किलोमीटर तक बिल्कुल भी सड़क नहीं है जिसके कारण हमें बीमारी में मरीज को बीकानेर ले जाते समय या अन्य जगह ले जाते समय काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है । उन्होंने बताया कि डिलीवरी के समय तो और ज्यादा परेशानी होती है क्योंकि समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंचने पर हमें डर सताता रहता है । किसी अधिकारी ने भी संज्ञान नही लिया है । केवल कागजों में सड़क का निर्माण दिखाया जाता है धरातल पर कार्य नहीं होता है । पता ही नहीं चल चल रहा है कि सड़क है या नहीं बारिश के समय हालत और खराब हो जाते हैं । बहुत बार बाइक ,ऑटो रेत में धस जाते हैं जिसके कारण काफी बार बाइक सवार को चोटें भी आयी है । गाँव वासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । गाँव के लोगों ने बताया कि हमारी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है । लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जल्द से जल्द सड़क का निर्माण करवाया जाए ताकि आमजन को राहत मिल सकें । जोरावरपुरा श्री राम गौशाला के पास सड़क के बीचो-बीच काफी गहरे गड्ढे हैं जिसके कारण कभी भी दुर्घटना हो सकती है गांव के लोगों ने बताया कि अगर समय रहते समाधान नहीं किया गया तो मजबूरन हमें जन आंदोलन करना पड़ेगा । काफी बार इस सड़क मार्ग पर गड्ढे के कारण दुर्घटना भी हुई है जिसके कारण बाइक सवार एवं गाड़ी सवार को काफी छोटे भी यही है गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं । अभी तक किसी भी सक्षम अधिकारी के द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है काफी बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया है लेकिन अधिकारी इस और को ध्यान नहीं दे रहे हैं । वही गांव में स्थित करीब 100 वर्षों पुरानी गोपाल गिरी जी महाराज की बगीची भी है बगीचे में आने वाले भक्तों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । श्रावण मास में बगीची में काफी भक्तों का आना-जाना लगा रहता है । क्योंकि सड़क नहीं होने के कारण उनको बार-बार समस्या का सामना करना पड़ता है । इस अवसर पर कमलेश गुर्जर, विद्याधर शर्मा , लूणाराम, भागुराम भांकर, आंची देवी,श्रवण जाखड़, मांगीलाल बिस्सू ,राकेश शर्मा, बीजूराम बाबरी, सांवरमल मेघवाल , खुमसिंह राजपूत, अन्य ग्रामीण जन उपस्थित रहे ।

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