बुहाना, यमुना नहर लाओ, काटली नदी सहित बरसाती नदियों को पुनर्जीवित करो आंदोलन के तहत अखिल भारतीय किसान महासभा की तरफ से यमुना नहर की 6 पाइपलाइन की पुरानी डी पी आर को मंजूर करने, बजट में इ आर सी पी की तर्ज पर यमुना नहर के निर्माण के लिए भी राशि निर्धारित करने एवं ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से नष्ट रबी 2023 की फसलों के मुआवजे से वंचित किसानों को सिघ्र मुआवजा देने की मांग को लेकर तहसील कार्यालय बुहाना के सामने आज कामरेड हरीओम पिलानी की अध्यक्षता में धरना दिया गया । धरने को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने कहा कि सन् 1994 में पांच राज्यों के बीच यमुना जल बंटवारे को लेकर हुए समझौते में शेखावाटी क्षेत्र के झुंझुंनू व चुरू जिलों को 1917 क्यूसिक पानी वर्षा ॠतु के समय चार महिने पानी मिलना था आजतक न तो पानी मिल पाया न ही मौजूदा सरकार ने बजट में निर्माण कार्य के लिए राशि निर्धारित की जबकि 2017 में हुए इ आर सी पी के लिए राज्य सरकार ने निर्माण कार्य के लिए बजट में राशि का निर्धारण कर दिया । शेखावाटी के किसान इस अन्याय के खिलाफ संघर्ष तेज करेंगे । धरने को अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष कामरेड ओमप्रकाश झारोङा, प्रखंड बुहाना अध्यक्ष कामरेड रामकुमार यादव, प्रखंड सचिव कामरेड रामलाल कुमावत,सिंघाना प्रखंड अध्यक्ष कामरेड मनफूल सिंह, सिंघाना प्रखंड सचिव कामरेड विधाधर गर्सा,कामरेड रामेश्वर मैनाना, कामरेड सज्जन पाल पालोता, रामनिवास नेहरा, संदीप, सूरज, महीपाल सिंह बलौदा,दीन मौहम्मद,बालमुकुन्द शिवसिंहपुरा, शिवकुमार जांगिङ, कंवर सिंह कलाखरी,महेंद्र खांदवा,हरी सिंह, राकेश कुमार, बलबीर नानवास, ओमप्रकाश भालोठिया व ताराचंद ने भी संबोधित किया । धरना जारी रहेगा ।