सांसद संतोष अहलावत ने कहा है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवा भारत को स्वस्थ रखने के लिये देश में ध्यान योग को बहुत जरूरी बताया है। उन्होंने कहा कि योग की जन्मस्थली हमारा देश ही था। हमेे उसके गुणों और महत्व को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि मुनि योग साधना के माध्यम से उम्रभर स्वस्थ एवं जिन्दादिल रहते थे। यदि हमें भी स्वस्थ रहना है तो ध्यान, योग और प्राणायाम जैसी साधना को अपनाना होगा। अहलावत गुरूवार को झुंझुनू के केशव आदर्श विद्या मंदिर में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में योगाभ्यास कार्यक्रम में शामिल होने आई थी। उन्होंने बताया कि योग क्रियाओं से दूर होकर व्यक्ति हजारों बीमारियों को न्यौंता दे रहा है। सासंद ने जिला स्तरीय समारोह में आम जनता से अपील की कि यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो योग साधना को नियमित अपनाने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि शरीर स्वस्थ होगा तो हम अपना व दूसरों के काम आ सकते हैं। हम ही जब बीमार रहेंगे तो दूसरों के क्या काम आयेंगे। इस अवसर पर योग गुरू रायसिंह और गीता नूनिया ने लगभग एक घंटे तक योगाभ्यास करवाया। इस मौके पर जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव, जिला पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर मुन्नीराम बागड़िया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेश कुमार मीणा, विधायक नरेन्द्र खींचड़, नगर परिषद सभापति सुदेश अहलावत, उप जिला प्रमुख बनवारी लाल सैनी मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेपी बुनकर, उपवन संरक्षक आरएन मीणा, महामण्डलेश्वर अर्जुनदास जी महाराज सहित अनेक जिला अधिकारी, विद्यालयों के छात्र-छात्राओं सहित उपस्थित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे, जिन्होंने भोर की पहली किरण के साथ ही योगाभ्यास शुरू किया। योग गुरू ने सूक्ष्म व्यायाम, हस्तपादासन, कपालभाति जैसे अनेक योगों के माध्यम से लोगों को स्वस्थ रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि स्वस्थ शरीर से बढ़कर दुनिया में कोई भी धन-दौलत नहीं है। उन्होंने बताया कि 21 जून को 177 देशों ने योगाभ्यास को अपनाने की शपथ ली थी, तभी से 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा।
इस अवसर पर झुुंझुंनू के समस्त अधिकारी व कार्मिकों सहित उपक्रमों, संस्थानों, निगमों, बोर्ड, स्वयंसेवी संगठनों, छात्र-छात्राओं सहित आम जन भी इस योग समारोह में भागीदार बने।