मुख्य सचिव ने ली बैठक, सडक दुर्घटनाओं और बोरवेल में गिरने से घटित दुर्घटनाओ पर दिए निर्देश
सीकर, मुख्य सचिव सुधांशु पन्त ने शुक्रवार को जयपुर के कॉन्फ्रेंस हॉल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समस्त संभागीय आयुक्त , जिला कलेक्टर्स के साथ सडक दुर्घटनाओं के रोकथाम, बोरवेल में गिरने से घटित दुर्घटनाएं, प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, विद्युत सप्लाई से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य सचिव ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए मिशन मोड पर काम करें। उन्होंने कहा कि दुर्घटना संभावित स्थानों को चिन्हित कर इनका शीघ्र सुधार किया जाए तथा प्रदेशभर में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स को प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया जाए।
मुख्य सचिव पंत ने जनसाधारण को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है जिसमें विभिन्न विभागों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि परिवहन एवं सड़क सुरक्षा, पुलिस, सार्वजनिक निर्माण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा शिक्षा सहित विभिन्न विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम करने का प्रयास करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में बैरिकेडिंग, साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर सहित तमाम प्रबंध सुनिश्चित किया जाए जिससे दुर्घटनाओं की रोकथाम की जा सके। उन्होंने कहा कि बोरवेल से होने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी जिला कलेक्टर्स आगामी दो सप्ताह में गांव के पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी निर्धारित प्रपत्र में यह प्रमाण पत्र लेवें की उनके क्षेत्र में कोई बोरवेल खुला नहीं है।
जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने मुख्य सचिव को बताया कि राजस्व अधिकारियों की मासिक बैठक में सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि उनके क्षेत्र में कोई भी बोरवेल खुला नहीं रहे इसकी सुनिश्चितता की जाये। उन्होंने बताया कि जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से वाहन चालकों के लिए 600 आई कैंप लगाये गये हैं तथा 300 लाईसेंस रद्द करने के साथ ही ओवरलोडिंग वाहनों पर पुलिस परिवहन विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है।
जिला मुख्यालय के वीसी कक्ष में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजपाल यादव, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र सिंह जोधा, डीटीओ ताराचंद बंजारा, एसई पीएचईडी अधीक्षण अभियन्ता चुन्नी लाल भास्कर, विद्युत अरूण जोशी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।