बर्ड फेस्टिवल -2025 का हुआ समापन, सांसद राहुल कस्वां, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, सुजानगढ़ एडीएम मंगलाराम पूनिया, श्रवण माली सहित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों ने की शिरकत, विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेताओं व प्रतिभागियों का किया सम्मान, पक्षी विशेषज्ञों ने साझा की पक्षियों से जुड़ी जानकारी, विभिन्न कॉलेजों व विद्यालयों के विद्यार्थियों ने की अभयारण्य की सैर, विभिन्न प्रतियोगिताएं में लिया हिस्सा
चूरू, जिला प्रशासन, वन विभाग, छापर नगरपालिका और सम्प्रीति फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में जिले के तालछापर वन्यजीव अभ्यारण्य में आयोजित दो दिवसीय बर्ड फेस्टिवल – 2025 रविवार को संपन्न हुआ। समापन समारोह में सांसद राहुल कस्वां, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, श्रवण कुमार माली, आईएफएस संग्राम सिंह, एडीएम मंगलाराम पूनिया, डीएफओ वीरेंद्र सिंह कृष्णिया, एसडीएम ओमप्रकाश वर्मा, डॉ ममता शर्मा, डॉ अनिल छंगानी, सरवनदीप सिंह, देवेन्द्र मिस्त्री, ईओ भवानीशंकर व्यास सहित अतिथि मंचस्थ रहे। एसीएफ महेन्द्र लेखाला, श्रवण कुमार माली, धनश्याम नाथ कच्छावा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए सांसद राहुल कस्वां ने कहा कि ताल छापर अभयारण्य पूरी दुनिया में मशहूर है। अब बर्ड फेस्टिवल के आयोजन होने से यहां की क्षेत्रीय विशेषताओं को बढ़ावा मिलेगा। सरकार व जिला प्रशासन के नवाचारों के साथ आमजन मिलकर सहयोगी की भूमिका निभाते हुए वन्य जीव संरक्षण पर विशेष प्रयास करें। सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों का यहां नियमित भ्रमण करवाया जाए ताकि वे वन्य जीवन से जुड़ी जानकारी से रूबरू हों और पर्यावरण संरक्षण में अपनी महत्ती भूमिका निभा सकें।
उन्होंने कहा कि बर्ड फेस्टिवल जैसे आयोजनों से यहां की स्थानीय कलाओं व टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर्यटन व खनन पर निर्भर करती है। जिले का ताल छापर अभयारण्य संपूर्ण विश्व में विशेष पहचान रखता है। हम सभी मिलकर ताल छापर को पर्यटकों को आकर्षित करने वाला डेस्टिनेशन बनाएं। इसमें मीडिया, सोशल मीडिया, स्थानीय जनप्रतिनिधियों व नागरिकों का भरपूर सहयोग रहे। इससे स्थानीय विशेषताओं को भी प्रमोट करने का मौका मिलेगा और प्रयास करें कि प्रतिवर्ष बर्ड फेस्टिवल जैसे आयोजन किए जाएं।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि जिला प्रशासन की मंशा है कि बर्ड फेस्टिवल जैसे आयोजनों से इको टूरिज्म और लाइवलीहुड को बढ़ावा मिले व यहां की क्षेत्रीय विशेषताएं बड़े पैमाने पर नजर आएं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से स्थानीय कलाओं को प्रोत्साहन मिलेगा और यह एक एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित होगा, ऐसा प्रयास किया जा रहा है। हम सभी आगे आएं और अपने जिले की समृद्ध विरासत को सहेजते हुए आगे बढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि पक्षी उत्सव से यहां आने वाले पर्यटकों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों व नागरिकों, स्कूली विद्यार्थियों एवं भावी पीढ़ी में जागरूकता बढ़ेगी और प्रकृति संरक्षण की दिशा में सकारात्मक परिणाम हमारे सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि हम भावी पीढ़ी को प्रकृति व प्राकृतिक धरोहर से परिचित करवाते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में जोड़ें। इससे हमारे संपूर्ण देश का भविष्य निश्चित होगा। उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्थानीय नागरिकों, मीडियाकर्मियों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं आयोजक टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया।
श्रवण माली ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अतिथियों, नागरिकों, विद्यार्थियों, मीडियाकर्मियों एवं आयोजक टीम को बर्ड फेस्टिवल के सफल आयोजन में भागीदारी के लिए आभार जताया। संचालन मरूदेश संस्थान के अध्यक्ष डॉ घनश्याम नाथ कच्छावा, मुकुल भाटी व शंकरलाल सारस्वत ने किया।
इस दौरान सीताराम भोभरिया, सुजानगढ़ एसडीएम ओमप्रकाश वर्मा, रेंजर उमेश बागोतिया, कानूनगो कन्हैया स्वामी, सीबीईओ सुनीता, मुदित तिवारी, एसीबीईओ मंजू, पुरुषोत्तम चौहान, रामचंद्र मेघवाल, सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।
आयोजित हुईं विभिन्न गतिविधियां
बर्ड फेस्टिवल के दूसरे दिन रविवार को बर्ड वाचिंग प्रतियोगिता के साथ गाइडेड पक्षी दर्शन भ्रमण, शैक्षणिक वार्ता, ‘वन्यजीव संरक्षण और सतत पारिस्थितिकी पर्यटन‘ समूह चर्चा, बर्ड फीडर बनाना व स्थापित करना सहित गतिविधियां आयोजित की गई।
वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ देवेंद्र मिस्त्री, डॉ अनिल छंगानी, डॉ ममता शर्मा, पशु चिकित्सक डॉ प्रदीप सोनी, गाइडर आनंद प्रसाद, तमिलनाडु से रेंजर डॉ पशुपति आदि विशेषज्ञों ने पक्षियों से जुड़ी रोचक जानकारी साझा की। सुरेश रतावा ने कन्हैयालाल सेठिया की साहित्यिक रचनाओं की प्रस्तुति दी। विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों के विद्यार्थियों ने अभयारण्य का भ्रमण किया तथा अभयारण्य से जुड़ी जानकारी ली। समूह चर्चा के दौरान पक्षी विशेषज्ञों से प्रश्नोत्तरी के माध्यम से अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेताओं व प्रतिभागियों का किया सम्मान
समापन समारोह में अतिथियों ने ऑफलाइन पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम रुचि जांगिड़, द्वितीय दीपिका प्रजापत, तृतीय मंजू प्रजापति व सांत्वना पुरस्कार से पूजा मेघवाल, ऑनलाइन पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम बिंदु कुमारी, द्वितीय किरण कोली, तृतीय सौरव प्रजापत, ऑनलाइन फोटोग्राफी में प्रथम बाबू सहदेवन, द्वितीय आशीष परिहार, तृतीय हिमांशु शर्मा तथा वॉल पेंटिंग कॉम्पटीशन में प्रथम रामावतार भाटिया, द्वितीय अशोक प्रजापत व तृतीय विनायक मेघवाल को प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
इसी क्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं प्रतिभागियों व आयोजन में सहयोगी भूमिका निभाने वालों देवेंद्र मिस्त्रा, डॉ अनिल छंगानी, डॉ ममता शर्मा, शुभांकर विश्वास, उर्मिला, मोनिका, अमरजीत, सीडीपीओ गौरव, सुरेश, चरण सिंह घोटड़, मुकुल भाटी, गुलाबचंद मेघवाल, डॉ नीरज सक्सेना, रचना पारीक, लक्ष्मण सिंह पूनिया, एसीईओ दुर्गा ढाका, मंजू पंवार, प्रकाश देवी, चंचल जैन, माणकचंद नाहटा, गीता रानी, हरकेश, अनवर खान, निर्मल कुमार स्वामी, दिनेश कुमार दर्जी, किशनाराम मंडा, नानूराम, महिपाल, संदीप मणौत, रमेश कुमार सुथार, सुनील प्रजापत, पुरुषोत्तम चौहान, सुरेश रतावा, राजूराम, स्वरूप कंवर, सुरेश कुमार, सरला स्वामी, सहीराम, महेंद्र लेखाला, रामरति मीणा, कमला देवी, रिछपाल, विदिशा शर्मा, रामूराम गोदारा, अतुल, ओमप्रकाश, सोहन राम, सुदेश कुमार, मोनिका, मुकेश कुमार, अयूब अली, प्रीति, कौशल्या, प्रभा, कोमल, पार्थ सोनी, कन्हैयालाल स्वामी, विकास सैनी, गजानंद, पुखराज, गोविंदराम, टोनी आर्य, जितेंद्र स्वामी, शंकर लाल शर्मा, प्रवीण कुमार, अशोक, मीडियाकर्मियों व आयोजन की टीम में शामिल प्रतिनिधियों को सम्मान पत्र व आभार पत्र भेंट कर सम्मानित किया।