महंगाई राहत कैम्पों, इंदिरा रसोई और अस्पताल का लिया जायजा
झुंझुनूं, जिला कलक्टर डा. खुशाल यादव शनिवार को चिड़ावा एवं पिलानी क्षेत्र के दौरे पर रहे। उन्होंने यहां महंगाई राहत कैम्पों के साथ-साथ विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सबसे पहले चिड़ावा में झुंझुनूं रोड पर नगरपालिका के सामने स्थित इंदिरा रसोई का निरीक्षण किया। यहां भोजन की गुणवत्ता, विजिटर बुक इत्यादि का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद जिला कलक्टर ने चिड़ावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी का निरीक्षण करते हुए प्रस्तावित उप जिला अस्पताल की भूमि का निरीक्षण किया। डॉ. यादव ने अस्पताल में वाहनों की पाकिर्ंग होने वाली जगह वरिष्ठ नागरिकों के बैठने की व्यवस्था के संबंध में भी निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने राजकीय अडूकिया उ.मा.वि. में अस्थाई रूप से संचालित कृषि कॉलेज का भी निरीक्षण किया और वहां पर अध्ययनत विद्यार्थियों से चर्चा की। उन्होंने शिक्षा के बेहतर स्तर को कायम रखने के लिए शिक्षकों से कड़ी मेहनत का आह्वान किया। जिला कलक्टर ने नरहड़ दरगाह में जियारत करने के बाद वहां पर आगामी दिनों में खुलने वाली ग्रामीण इंदिरा रसोई की लोकेशन का भी निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, उपखण्ड अधिकारी संदीप चौधरी, तहसीलदार कमलदीप पूनियां, विकास अधिकारी रणसिंह, बीसीएमओ डॉ. अनिल लाम्बा, अस्पताल प्रभारी डॉ. सुमनलता कटेवा, पिलानी नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार, पिलानी विकास अधिकारी सुशीला यादव, जिला कलक्टर के निजी सहायक विपिन चौधरी भी उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने महंगाई राहत कैम्पों का किया औचक निरीक्षण –
जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने शनिवार को चिड़ावा नगर पालिका के सामने तथा पंचायत समिति परिसर लगे स्थाई महंगाई राहत कैंपों का औचक निरीक्षण किया। इसके बाद जिला कलक्टर ने पिलानी पंचायत समिति की घड़ावा ग्राम पंचायत में लगे महंगाई राहत कैम्प का भी निरीक्षण किया। इस दौरान जिला कलक्टर ने कैंप में लोगों से राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर फीडबैक भी लिया। जिला कलक्टर ने इस दौरान लाभार्थियों को मुख्यमंतर््ी गारंटी कार्ड भी प्रदान किए। चिड़ावा में आयोजित महंगाई राहत कैम्प में बख्तावरपुरा के रमेश कटेवा ने जिला कलक्टर के समक्ष घरेलू विद्युत बिल 32 हजार रुपए का आने पर गुहार लगाई , जिस पर जिला कलक्टर ने तुरंत विद्युत विभाग के अधिकारियों को प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए।