दांतारामगढ़ (लिखा सिंह सैनी ] )। सीकर जिले की दांतारामगढ़ तहसील के चक गांव की रहने वाली केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की उप-निरीक्षक (कार्यकारी) गीता सामोता ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है, वह माउंट क्यागर-री (6,100 मीटर / 20,013 फीट) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करने वाली पहली अर्धसैनिक कर्मी बन गई हैं। जानकारी के अनुसार सर्दियों के मौसम के दौरान लद्दाख में, गीता 19 जनवरी, 2025 को लगभग 11:00 पूर्वाह्न IST पर ट्रांस-हिमालयी चोटी के शिखर पर पहुंची जहां उनकी चढ़ाई बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में की गई, जहां तापमान -36°सेल्सियस से बहुत नीचे चला गया था और हवा की गति 60 किमी प्रति घंटे तक चली रही थी। प्रतिकूल मौसम के बावजूद, गीता ने पहाड़ पर विजय पाने के लिए असाधारण साहस, लचीलापन और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। यह उल्लेखनीय उपलब्धि सामोता और सीआईएसएफ दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिससे पूरे अर्धसैनिक बल और उनके परिवार को गर्व है। सर्दियों की परिस्थितियों में माउंट क्यागर-री पर उनकी सफल चढ़ाई उनके असाधारण पर्वतारोहण कौशल और अटूट भावना को प्रदर्शित करती है। आपको बता दें कि गीता सामोता ने केवल यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की चार सबसे ऊंची चोटियों पर फतेह हासिल कर भारतीय महिला पर्वतारोही के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया हैं। इन प्रतिष्ठित शिखरों को फतेह करने में उनके अटूट दृढ़ संकल्प और अद्वितीय उपलब्धि ने विश्व स्तर पर प्रशंसा अर्जित की है। इसके अलावा गीता सामोता अपने पर्वतारोहण कौशल से परे महिलाओं के उत्थान और सशक्तीकरण के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। अपनी चढ़ाई के माध्यम से वह प्रतीकात्मक रूप से उन लड़कियों और महिलाओं के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित करती है जो बुनियादी आवश्यकताओं तक पहुंचने में चुनौतियों का सामना करती हैं और अपने मौलिक अधिकारों के लिए संघर्ष करती हैं।