किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड अमराराम ने कहा
सीकर, [लिखा सिंह सैनी ] कृषि के तीनों काले कानून वापस लेने के बाद केंद्र सरकार द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा गठित पांच सदस्यों की कमेटी को अन्य महत्वपूर्ण मांगे मान लेने का लिखित प्रस्ताव देने पर कल जीत के साथ ही किसान आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा कर दी गई। शाहजहांपुर खेड़ा बॉर्डर पर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड अमराराम ने कहा कि केंद्र सरकार ने हरियाणा,पंजाब, हिमाचल प्रदेश,उत्तर प्रदेश व राजस्थान सहित अन्य प्रांतों में किसान आंदोलन के दौरान बने सभी मुकदमों को वापस लेने,रेल रोको आंदोलन के दौरान बने मुकदमे वापस लेने,पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने वाली कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों को शामिल करने का लिखित पत्र देने के बाद ऐतिहासिक किसान आंदोलन विजय के साथ स्थगित हो गया है अब राजस्थान के सभी जिलों में किसान विजय यात्रा निकाली जाएगी जो हर जिले में दो दिन रहेगी। किसान नेता किशन पारीक ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह 10 बजे शाहजहांपुर खेड़ा बॉर्डर से किसान विजय यात्रा शुरू हुई जो कोटपूतली,पाटन,नीमकाथाना, चला,कोटडी,खंडेला,पलसाना रानोली होते हुए सीकर पहुंचेगी। यात्रा का जगह-जगह भारी स्वागत फूल मालाओं के साथ आम लोग कर रहे हैं। किसान विजय यात्रा में राजस्थान सरकार द्वारा घरेलू बिजली बिलों में भारी वृद्धि एवं पूरे देश में पेट्रोल डीजल पर सबसे ज्यादा वेट लगाने जैसे जनविरोधी कदमों को उठाया जाएगा। सीटू राज्य सचिव बृजसुंदर जांगिड ने कहा कि 11 दिसंबर को किसान विजय यात्रा सुबह 10 बजे का कासली से शुरू होगी जो 11 बजे धोद,12बजे सेवद बड़ी टोल, दोपहर 1बजे रसीदपुरा टोल व दोपहर बाद 3बजे फतेहपुर पहुंचेगी। इस दौरान अमराराम, पेमाराम, किसन पारीक,सागर खाचरिया सहित अन्य किसान नेता विजय यात्रा में शामिल रहेंगे।