चूरू, [सुभाष प्रजापत ] राज. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष तथा जिला एवं सेशन न्यायाधीश रविन्द्र कुमार के निर्देशानुसार शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव डॉ. शरद कुमार व्यास ने जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बागला उच्च माध्यमिक विद्यालय में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन कर नवचेतना- स्कूली बच्चों के लिए जीवन कौशल और औषधि शिक्षा पर एक नई चेतना अभियान की जानकारी दी। सचिव डॉ. शरद कुमार व्यास ने बालकों को भविष्य के निर्माता की संज्ञा देते हुये कहा कि बच्चों में कुछ भी करने की शक्ति निहित है, अगर वे इसे करने का साहस रखते हैं। शिक्षा के महत्व और जीवन के सर्वांगीण विकास के बारे में विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा से व्यक्ति का व्यवहारिक व मानसिक रूप से विकास होता है तथा व्यक्ति में जीवन के प्रति परिपक्वता का विकास होता है।
उन्होंने उपस्थित बालक-बालिकाओं को नवचेतना- स्कूली बच्चों के लिए जीवन कौशल और औषधि शिक्षा पर एक नई चेतना अभियान, नशामुक्ति, नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताते हुये नशे से स्वास्थ्य संबंधी होने वाले नुकसानों की जानकारी दी। इस अवसर पर सचिव व्यास ने बालश्रम अधिनियम, शिक्षा के अधिकार, बालकों से संबंधित विशेष कानूनों, समता के अधिकार, मोटर व्हीकल एक्ट, बाल विवाह निषेध अधिनियम, जे.जे. एक्ट, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, नालसा, रालसा, डालसा व ताविसेस तथा इनके द्वारा विधिक सेवाओं से संबंधित किये जा रहे विभिन्न कार्यों, निःशुल्क विधिक सहायता, स्थाई लोक अदालत, राष्ट्रीय लोक अदालत, पीड़ित प्रतिकर स्कीम, मध्यस्थता, बाल पीड़ितों के लिये मुआवजा इत्यादि की जानकारी विस्तार से दी। कार्यक्रम में सहयोगकर्ता के रूप में अधिवक्तागण सुमेरसिंह, संतलाल सहारण, विजयपाल धुंवा, व्याख्याता रमेश पूनियां, नारायण सिंह, इन्द्रा कस्वां, अलका गोयल, नन्दलाल, हंसा शर्मा, एकता माथुर, अख्तर अली उपस्थित रहे। प्रधानाचार्य महेश कुमार सोनी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।