ग्राम विकास अधिकारी अनुपस्थित पाए गए
झुंझुनूं, ज़िले मेे 15वां वित्त आयोग, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन व महात्मा गांधी नरेगा योजना का सामाजिक अंकेक्षण के कार्य का लोकपाल महावीर प्रसाद तोगड़िया द्वारा शुक्रवार को पंचायत समिति सिंघाना की दो ग्राम पंचायतों का औचक निरीक्षण किया गया। ग्राम पंचायत ढाना में दो वीआरपी व ग्राम विकास अधिकारी गणेश अनुपस्थित पाए गए। कनिष्ठ सहायक पूनम सैनी को कार्य सुधार हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। ग्राम पंचायत डमोली खुर्द में बीआरपी विकाश कुमार, दो वीआरपी व ग्राम विकाश अधिकारी संदीप कुमार अनुपस्थित पाए गए। कनिष्ठ सहायक महिपाल को लोकपाल द्वारा फाइलिंग करने से संबंधित व कार्य में सुधार हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। दोनो पंचायतों में अंकेक्षण दल का कार्य संतोषजनक पाया गया। इस दौरान जिला परिषद से आईईसी समन्वयक अजीत सिंह बिजारणिया भी इनके साथ मोजूद रहे।
क्या है सामाजिक अंकेक्षण?
हमारा पैसा – हमारा हिसाब
सामाजिक अंकेक्षण प्रक्रिया पारदर्शिता एवं जवाबदेही स्थापित करने का शशक्त माध्यम है. सामाजिक अंकेक्षण प्रक्रिया में सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में जितना भी खर्चा होता हैं उसके लेखे – जोखे का विवरण जनता को बताया जाता हैं। इसमे प्रत्येक लाभार्थी से पूछा जाता हैं कि उनको नियत समय पर लाभ मिला है अथवा नही और उस लाभ को प्राप्त करने में किसी तरह की अनियमितता तो नही हुई है? यह सब तथ्य लाभार्थी ग्राम सभा मे जनसुनवाई में एक निष्पक्ष पैनल के सामने रखते हैं तथा उनपर खुली चर्चा होती है। साथ ही वहाँ पर शिकायत निवारण की व्यवस्था भी होती हैं।
किस का हो रहा है सामाजिक अंकेक्षण?
प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, 15वां वित्त आयोग व महात्मा गांधी नरेगा योजना में हुए कार्य की स्वीकृति – तकनीकी, प्रशासनिक-वित्तीय, एस्टिमेट,कार्य आदेश, बिल-वाउचर, माप पुस्तिका, श्रम सामग्री भुगतान उपयोगिता प्रमाण पत्र, पूर्णता प्रमाण पत्र, परिसंपत्ति रजिस्टर, कैश बुक,स्टॉक रजिस्टर, अंतिम सम्पन्न सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट, आदि रिकॉर्ड अंकेक्षण दल द्वारा चेक किया जा रहा है।
इन योजनाओं के तहत ग्राम पंचायत में जितने भी काम हुए है, जिसमे कितने कार्य स्वीकृत हुए, कितने पूर्ण हुए , कितने अभी चल रहे है, श्रमिको को काम मांगने, भुगतान, न्यूनतम मजदूरी, कार्यस्थल सुविधाएं आदि हकों का सत्यापन किया जाएगा तथा इन कार्यों पर जितना भी खर्चा हुआ है उसका लेखा जोखा ग्राम सभा में रखा जाएगा तथा लाभार्थी उसका सत्यापन करेंगे।
दीवार लेखन – नरेगा में श्रम एवं सामग्री पर जो खर्चा हुआ है उसकी पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु उनकी सूचना राजस्व ग्रामवार सार्वजनिक दीवार पर लिखी जाती है। इस अंकेक्षण के दौरान दीवार लेखन का भी सत्यापन किया जाएगा । सभी लोग भी अपने से संबंधित सूचना दीवार पर जाकर देख सकते है।
ग्रामीणों से अपील हैं कि-
• अंकेक्षण टीम सारी सूचनाओं के साथ आपके घर -घर आएगी तो उन्हें चाही गयी जानकारी उपलब्ध कराए।
• सम्बंधित कोई भी शिकायत है तो टीम को लिखकर दे।
• ग्राम सभा की जनसुनवाई में आकर अपनी-अपनी शिकायत दर्ज कराए, शिकायत दर्ज कराने हेतु सारे दस्तावेज लेकर आये।
• ग्राम पंचायत में नरेगा व अन्य योजनाओं में जितना भी खर्चा हुआ है उसका हिसाब सुने।
• जनसुनवाई में आकर योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करे।