बगड़, आज पीरामल बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक झुंझुच के निर्देशानुसार विज्ञान मेला 2023-24 का आयोजन करवाया गया। यह विज्ञान मेला शिक्षा विभाग का महत्वपूर्ण आयोजन है इसमें छात्राओं ने अधिकाधिक सहभागिता से भाग लेकर विज्ञान को लोकप्रिय बनाने मे अपना सहयोग दिया। राजस्थान में 1968 से लगातार विज्ञान मेलों का आयोज किया जा रहा है। 1968 में पहला विज्ञान मेला राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान उदयपुर द्वारा आयोजित किया गया था। तत्पश्चात से प्रतिवर्ष एन. सी. ई.आर. टी. नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं राज्य स्तर पर विज्ञान मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत जिला स्तर पर समग्र शिक्षा के अंतर्गत राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद एवं एन. सी. ई.आर. टी, दिल्ली की भी संयुक्त भागीदारी है। इसमें छात्राओं में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के लिए रूचि जागृत कर उनमें वैज्ञानिक प्रवृत्ति उत्पन्न करने के उददेश्य से कुल 18 मॉडल तैयार करवाए गए जिसमें प्रथम स्तर कक्षा 1 से 8 तथा दूसरा स्तर कक्षा 9 से 12 का रहा।
सभी विद्यार्थियों ने अपनी स्वाभाविक जिज्ञासा, रुचि एवं प्रतिभा के अनुसार अपने-अपने मॉडल तैयार किए। माडलों को निर्णायक समिति द्वारा अवलोकित किया गया जिसमें बच्चों ने अपने मॉडल के बारे में बताते हुए पूछे गए प्रश्नों के जवाब दिए। निर्णायक समिति में बड़ौदा बैंक बगड़ के बैंक मैनेजर अतुल अहलावत, बगड़ थाना एसएचओ रामनारायण, पीरामल हॉस्पीटल के डा. हर्षवर्धन एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बगड़ के प्राचार्य विनोद झाझड़िया थे। सभी ने बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडलों का अवलोकन करके उनके प्रयासों की प्रशंसा की। निर्णायक समिति ने चन्द्रयान-3 मॉडल को प्रथम स्थान जो कि कक्षा-12 विज्ञान वर्ग की छात्राओ – योगिता, सिमरन, पलक, प्रियांशी एवं सुरभी द्वारा बनाया गया है तथा अब वे जिला स्तरीय विज्ञान मेले में भाग लेंगे। व्याख्याता सूची आरती, घनश्याम व विनिता के सानिध्य में ये मॉडल बनाए गए थे। प्राचार्या कविता अग्रवाल ने सभी प्रतिभोगियो को अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए उत्साहवर्धन किया तथा बताया कि आज के समय में कौशल शिक्षा का अत्यधिक महत्त्व है। अतः प्रत्येक बच्चा अपने अंदर अवसरानुसार कौशलों का विकास करते रहे। प्रशासनिक अधिकारी रामेन्द्र यादव ने आए हुए सभी निर्णायक गण का आभार व्यक्त किया व बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।