सूरजगढ़[कृष्ण कुमार गाँधी ] वार्ड नं 20 मे कुम्हार समाज के सदस्यों ने शहीद रामचंद्र विद्यार्थी के चित्र पर फूलमाला व पुष्प अर्पित कर उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सांवरमल प्रजापत ने प्रजापति रामचन्द्र विद्यार्थी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इनका जन्म 1 अप्रैल 1929 को उतर प्रदेश के देवरिया जिले के नौतन हतियागढ गांव में बाबूलाल प्रजापति के घर हुआ। रामचन्द्र विद्यार्थी सातवीं कक्षा में पढ़ते थे और आजादी के दीवाने थे। नो अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ अंग्रेजों भारत छोड़ों आंदोलन का ऐलान किया था। रामचन्द्र विद्यार्थी इस आंदोलन में कूद पडे थे और उन्होंने 14 अगस्त 1942 को ही देवरिया कचहरी पर तिरंगा फहरा दिया था उसी समय अंग्रेजों ने उनको एवं उनके साथियों को गोली का शिकार बना दिया था जिसमें वे शहीद हो गए। उन्होंने मात्र 13 वर्ष की उम्र में देश के लिए अपनी जान दे दी। इस अवसर पर कुम्हार कुमावत महासभा झुंझुनूं के जिला उपाध्यक्ष सांवरमल प्रजापत, राष्ट्रीय कुमार महासभा के सूरजगढ़ विधानसभा अध्यक्ष बलवीर लुहानीवाल, उम्मेद प्रजापत, सुनील राजोरा, प्रमोद राकेश प्रजापति, राजेश, विनोद कुमार, मनोज कुमार शिवकुमार, ब्रिजेश कुमार, सुभाष कुमार आदि उपस्थित थे। वहीं पुलिस विभाग की तरफ से शहीद राजकुमार कुमावत की प्रतिमा पर थानाधिकारी कमलेश चौधरी व स्टॉफ ने शहीद राजकुमार कुमावत पुलिस थाना परिसर में शहीद कांस्टेबल चन्द्रभान की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीदी दिवस मनाया।