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सीकर में ग्रामीण महिला शिक्षण संस्थान समिति की वार्षिक साधारण सभा आयोजित

ग्रामीण महिला शिक्षण संस्थान समिति, सीकर के सिल्वर जुबली हॉल में वार्षिक साधारण सभा का आयोजन पी.आर. धायल की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमेरिका प्रवासी घासीराम वर्मा व संस्थान पूर्व छात्रा प्रीति चन्द्रा आईपीएस अधिकारी थी। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन से हुआ। अतिथियों का स्वागत संस्थान अध्यक्ष सम्पत बाटड़ ने किया। विशिष्ट अतिथि एडवोकेट लक्ष्मण सिंह, राजाराम मील, दिलसुख चौधरी पूर्व विधायक, राजकुमारी पूर्व विधायक, सुभाष महरिया, रणमल सिंह, कर्नल बिजारिणयां, जे.एस.ढ़ाका मौजूद थे। तत्पश्चात मंचस्थ अतिथिगण द्वारा 32वें वार्षिक प्रतिवेदन एवं वित्तीय लेखें 2017-18 का विमोचन किया गया। संस्थान सचिव ओमप्रकाश चलका ने संस्थान का वार्षिक प्रतिवेदन एवं भावी योजनाएं प्रस्तुत की एवं संस्थान सहसचिव जगदीश प्रसाद मूण्ड ने 2017-18 के अंकेक्षित लेखों का अनुमोदन प्रस्तुत किया। संस्थान उपाध्यक्ष प्रो. शिवनाथ सिंह ने बजट 2018-19 का अनुमोदन प्रस्तुत किया तथा कार्यकारिणी द्वारा पारित नये प्रस्तावों का अनुमोदन प्रो. नौरंगलाल वर्मा ने किया। मुख्य अतिथि घासीराम वर्मा ने छात्राओं का उद्बोधित करते हुये व्यायाम व शिक्षा के सामंजस्य को अपने जीवन में उतारने की शिक्षा दी। हिन्दी भाषा के महत्व को बताते हुये उन्होंने हिन्दी भाषा के शुद्ध रूप को सीखने पर जोर दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष पी.आर. धायल ने सहज ज्ञान को किताबी ज्ञान से अधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हर छात्रा को अपनी संस्कृति, सम्प्रेषण की कौशल पर ध्यान देना चाहिये। प्रीति चन्द्रा ने अपने जीवन के संस्मरणों के द्वारा जीवन में आगे बढऩे प्रेरणा दी। राजाराम मील ने अपने भाषण में अनुशासन पर बल दिया और कहा कि शिक्षा की पहली कड़ी अनुशासन होता है। कर्नल बिजारणियां ने बताया कि बेटियों को शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ हर क्षेत्र में अपने अवसर निकालने चाहिये। पूर्व विधायक राजकुमारी शर्मा ने बेटियों के साथ-साथ बेटों को भी संस्कार देने की अति आवश्यकता बताई। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने छात्राओं को पढाई के साथ-साथ खेलों पर भी ध्यान देने का आह्वान किया। समारोह में पूर्व प्रतिभावान छात्राओं को भी प्रतीक चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया गया एवं दान देने वाले सभी भामाशाहों को भी सम्मानित किया गया। दानदाताओं ने बढ़-चढ़ कर दान राशियों की घोषणा की और आज की सभा में संस्थान को 9 लाख 2 हजार चार सौ रूपये की राशि का सहयोग प्राप्त हुआ।

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