4,817 करोड़ रुपए की लागत से 153 सड़क कार्यां का लोकार्पण एवं शिलान्यास
सीकर जिले की 9322 लाख रूपये की सड़कों का शिलान्यास एवं 4100 लाख रूपये की सड़कों का किया लोकार्पण
सीकर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2030 तक प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने का संकल्प लिया है। एक मजबूत सड़क तंत्र से मिशन-2030 का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षां में प्रदेश में सड़क विकास के उत्कृष्ट कार्य हुए हैं, जिसके फलस्वरूप हमारी सड़कों की प्रशंसा देशभर में हो रही है। आज प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों के गांव-ढाणियां सुरक्षित और सुगम सड़क तंत्र से जुड़ रहे हैं, जिससे आमजन को रोजगार मिला है और उनकी आय में वृद्धि हुई है।
गहलोत गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास से 4,817 करोड़ रुपए की लागत के 153 सड़क विकास कार्यों के लोकार्पण तथा शिलान्यास कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे।
सीकर जिले में राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत रैवासा धाम (एसएच — 83) से कूदन (एसएच — 87) वाया बाजौर (एसएच — 52), पिपराली (एसएच — 37बी), कटराथल (एसएच — 08), दौलतपुरा, गोठड़ा भुकरान तक 30.50 किमी लम्बाई की लागत 3220 लाख रूपये, डांसरोली दांता सुलियावास रानोली (एसएच — 52) किमी 17/0 से 35/0 (एसएच — 52 से उदयपुरा मोड़) 18.00 किमी लम्बाई की लागत 1936 लाख रूपये तथा श्रीमाधोपुर से बधाल जिले की सीमा तक वाया पटवारी का बास, लाखनी मोड़, कोटड़ी धायलान, दादिया रामपुरा तक 28.00 लम्बाई की लागत 4166 रूपये से सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ाईकरण कार्य का शिलान्यास तथा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 से मण्डा — खाटू सड़क निर्माण 10.00 किमी. लागत 1100 लाख रूपये, किशनगढ़, कुचामन, लोसल, नेछवा, सालासर, सांगरिया रोड़ (एसएच — 07) किमी. 102/400 से 104/0 तक 1.60 किमी. लम्बाई की लागत 300 लाख रूपये तथा पलसाना से सुरेरा वाया गोवटी, अलोदा, धींगपुर, पचार, खाचारियावास, कुली, करड़ सड़क किमी 40/0 से 70/0 (खाचरियावास से सुरेरा अनुभाग)(एमडीआर—171) तक 30.00 किमी. लम्बाई लागत 2700 लाख रूपये की सड़कों का लोकार्पण किया गया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम से जुड़े हुए सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सोचना है कि सड़क प्रगति का पहला पड़ाव है। सडकें अच्छी होगी तो निश्चित रूप से सभी तरह के विकास में गति आयेगी। उन्होंने कहा कि यदि ट्रांसपोर्ट, यातायात सुगम नहीं होगा तो काफी मुश्किलें आयेगी और इस बात को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बखूबी समझा है। उन्होंने बताया कि स्कूल, कॉलेज जाने वाले छात्र—छात्राओं, व्यापारियों, काश्तकार इन सबकों सड़कों का महत्व पता चल गया है और हर आदमी अपना वाहन लेकर सड़कों पर चलता है इसलिए सड़कों की उपयोगिता ज्यादा है। मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहूंगा कि सीकर की भी इसमें आज 5 सड़कें शामिल है। निश्चित रूप से यह सराहनी कदम है।
सीकर विधायक पारीक ने सड़कों का महत्व के बारे में बताते हुए बताया कि कुदन गांव से चलने वाला व्यक्ति जिसको जयपुर हाईवे पर जाना है, वह बाजौर गांव में हाईवे पर चढ़ेगा तो समय भी बचेगा, ईंधन की खपत भी कम होगी और शहरों के अन्दर आबादी की वजह से लगातार जाम लगते है उनसे भी मुक्ति मिलेगी।
इस दौरान वी.सी में अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार, मुख्यकार्यकारी अधिकारी राकेश कुमार गढ़वाल, अधीक्षण अभियन्ता पीडब्ल्यूडी महेन्द्र सिंह झाझड़िया, बी.एल छब्बरवाल प्रोजेक्ट डायरेक्टर, संदीप कुमार प्ररियोजना अधिकारी आरएसएलडीसी, महेश कुमार देवन्दा पीडब्ल्यूडी, डी.पी.एम राजीविका अर्चना मौर्य उपस्थित रहें।