रतनगढ़ के भामाशाह शुभकरण बैद ने 35 लाख की लागत के 25 बोर्ड करवाये उपलब्ध
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] चूरु जिले की 200 से अधिक विद्यार्थी संख्या वाली सरकारी स्कूलों व कॉलेजों में राजीव उपाध्याय सचिव श्री गांधी बाल निकेतन द्वारा भामाशाहों के सहयोग से इंटरेक्टिय बोर्ड लगवाने की परियोजना के तहत जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा के समक्ष हुए एमओयू की पालना शुरू हो गई है। इस संबंध में बाल निकेतन परिसर में गुरुवार दोपहर को आयोजित बैठक में बीदासर तहसील की 20 चयनित सरकारी स्कूलों व कॉलेजों के संस्था प्रधानों ने अपने अनुरोध पत्र प्रदान किये। इसके साथ ही बीदासर देश का पहला ऐसा ब्लॉक बन गया है जिसके 200 से अधिक विद्यार्थी संख्या वाले सभी सरकारी शिक्षण संस्थानों में इंटरेक्टिव बोर्ड से पढ़ाई होगी।बैठक को संबोधित करते हुए मामाशाह प्रेरक राजीव उपाध्याय ने कहा कि शिक्षाविद् चम्पालाल उपाध्याय द्वारा जीवन पर्यन्त क्षेत्र के शैक्षिक विकास हेतु किये गये कार्यों को आगे बढ़ाने की दृष्टि से शुरू की गई इस परियोजना के तहत रतनगढ़, सुजानगढ़ एवं चूरू के चयनित विद्यालयों में भामाशाहों के सहयोग से 3 करोड़ रूपये के 200 इंटरेक्टिव बोर्ड की स्थापना हो चुकी है। नवीनतम एमओयू के अनुसार परियोजना के अन्तर्गत राजकीय महाविद्यालयों को इंटरेक्टिव बोर्ड उपलब्ध करवाने की शुरुआत भी आज हुई बैठक के माध्यम से कर दी गई है। बीदासर में रतनगढ़ मूल के सूरत प्रवासी भामाशाह शुभकरण बैद द्वारा 35 लाख रूपये की लागत के 25 इंटरेक्टिव बोर्ड उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उपाध्याय ने कहा कि वंचित तहसीलों से जुड़े भामाशाहों के आगे नहीं आने के कारण रतनगढ़ के उदार भामाशाहों को प्रेरित कर अन्य तहसीलों में बोर्ड लगवाये जा रहे है जो अपने आप में विरला उदाहरण है। भविष्य में जिला कलक्टर एवं शिक्षा विभाग के साथ मिलकर स्थानीय भामाशाहों को प्रेरित करने का प्रयास किया जायेगा।बीदासर सीबीईओ संदीप व्यास ने बताया कि परियोजना के अन्तर्गत चयनित सभी स्कूलों व कॉलेजों में 75 इंच के अत्याधुनिक इंटरेक्टिव बोर्ड स्थापित करवाये जायेंगे जिनका अधिकाधिक सदुपयोग करने की जिम्मेदारी संस्थाप्रधान एवं शिक्षकों की है। उन्होंने रतनगढ़ के भामाशाह शुभकरण बैद के प्रति पूरे बीदासर ब्लॉक की तरफ से कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उनके इस अमूल्य सहयोग हेतु आभार प्रकट किया।परियोजना समन्वयक पूर्व सीबीईओ कुलदीप व्यास ने बताया कि इंटरेक्टिव बोर्ड के माध्यम से रतनगढ़, सुजानगढ़ व चूरू के विद्यार्थियों का पढ़ाई के प्रति आकर्षण बढ़ा है। इस नवाचार से शिक्षक वर्ग जटिल विषयों को सरलता से समझा सकते हैं।बाल निकेतन प्रधानाचार्या दीपिका शर्मा व शिक्षक दिनेश सोनी ने बोर्ड के संचालन संबंधी संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत करते हुए प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया।500 से अधिक विद्यार्थी संख्या वाले राजकीय महाविद्यालय बीदासर, राउमावि सांडवा, तेहनदेसर, राबाउमावि बीदासर में दो दो इंटरेक्टिव बोर्ड एवं राउमावि बीदासर, इंयारा, दूंकर, रामदेवरा, साजनसर भाटोलाई सांडवा, चाड़यास, सडू बड़ी, लालगढ़, दड़ीबा, मानपुरा, राबाउमावि पारेवड़ा, चाड़वास, राउप्रावि बेतालाब डिगारिया, केशोलाई सांडवा, विद्यालय नम्बर 2 बीदासर, राजकीय बालिका महाविद्यालय सांडवा में एक एक बोर्ड स्थापित किये जायेंगे।बैठक में बीदासर सीबीईओ संदीप व्यास, डॉ. सी. पी. सीगड़, बाबूलाल गोदारा, पासवान, गोवर्धन गोयल, मुनीम मीणा, महेश कुमार सैनी, भागीरथ प्रजापत, रामप्रसाद मीणा, रणजीत सिंह बीरड़ा, महेश पाल सिंह, रामनारायण, प्रेमरतन शर्मा, भंवर सिंह, मेघराज गुसाईवाल, हेमाराम मेघवाल, सुशीला चौधरी विनिता चौधरी, विजयश्री, कुमकुम सैनी आदि उपस्थित थे।