रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] भारत बंद के अंतर्गत शहर बुधवार को पूर्णरूप से बंद रहा। शहर के प्रमुख बाजारों में चाय-पानी की दुकानों सहित समस्त दुकानें पूर्णरूप से बंद रही। आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया, जिसके अंतर्गत शहर के मेडिकल स्टोर खुले रहे। अनुसूचित जाति जनजाति आरक्षण संघर्ष समिति के तत्वावधान में कार्यकर्ता सुबह से ही जिला अस्पताल के पास डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के समक्ष एकत्रित हुए, जहां पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जुलूस को रवाना किया। इस दौरान विधायक पूसाराम गोदारा जिला अस्पताल के पास पहुंचे तथा कांग्रेस पार्टी द्वारा भारत बंद को पूर्ण समर्थन प्रदान करने की बात कहते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो फैसला दिया गया है, उस पर पुनर्विचार करना चाहिए। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंद्राज खीचड़, कांग्रेस नेता अरविंद चाकलान, गिरधारीलाल बांगड़वा, सरपंच भानीराम मेघवाल, रतनलाल मेघवाल, मनीष मेघवाल, पार्षद मुखत्यार खान सहित कई लोग उपस्थित थे। इसके पश्चात वहां से जुलूस एसडीएम कार्यालय पहुंचा, जहां पर राष्ट्रपति के नाम एसडीएम अमित वर्मा को ज्ञापन सौंपा। बंद के दौरान डीवाईएसपी अनिल पुरोहित, सीआई दिलीपसिंह शेखावत के नेतृत्व में पुलिस जाप्ता भी तैनात रहा। समिति द्वारा राष्ट्रपति के नाम दिए गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि सर्वोच्च न्यायालय के एसीएसटी वर्ग के आरक्षण में वर्गीकरण व क्रिमीलियर लागू करने का निर्णय निष्प्रभावी व असंवैधानिक घोषित किया जाए तथा संसद के विशेष सत्र को आहूत कर विधेयक लाने व पारित करने को रोका जाए। एसडीएम कार्यालय के समक्ष आंदोलनकारियों ने कुछ देर के लिए धरना भी दिया। वहीं अध्यक्ष संतोष तालणियां ने बंद को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं, व्यापार संघों के पदाधिकारियों एवं सहयोग करने के लिए पुलिस प्रशासन का आभार प्रकट किया। इस मौके पर संयोजक शेराराम मीणा, सहसंयोजक सरिता पड़िहार, संरक्षक पीथाराम जोइया, अशोक आलड़िया, मंगतुराम मंडीवाल, फकीरचंद दानोदिया, श्रवण सोडा, रिखाराम तालणिया, जेपी भाटी, जगनाराम सोडा, भंवरलाल मेघवाल, हनुमानाराम मेघवाल, डॉ हुणताराम मीणा, दिनेश बरवड़, किसान नेता मदनलाल जाखड़, शिक्षक नेता शुभकरण नैण सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।