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Video News – आईएएस अधिकारी डॉ समित शर्मा ने लगाई अधिकारियों की क्लास, कोताही बरतने वालो की हुई खिचाई

आईएएस अधिकारी डॉ समित शर्मा ने की अधिकारियों की खिचाई वही उत्कृष्टता को किया सम्मानित

पारदर्शिता का पर्याय बने आईएएस अधिकारी डॉ समित शर्मा, मीडिया को दिया मीटिंग में आने का निमंत्रण

झुंझुनू, [ नीरज सैनी ] झुंझुनू जिले के प्रभारी सचिव डॉ समित शर्मा कल झुंझुनू के दौरे पर रहे। इसके बाद शाम 4:00 बजे से उन्होंने जिला कलेक्टर सभागार में अधिकारियों के साथ मीटिंग की। लगभग तीन घंटे तक बाकायदा प्रेजेंटेशन के साथ उन्होंने अधिकारियों की क्लास भी लगाई और कोताही मिलने पर जबरदस्त उनकी खिचाई करते हुए कार्रवाई के निर्देश भी दिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अक्सर मीडिया को ऐसी बैठकों से दूर ही रखा जाता है लेकिन बीडीके अस्पताल में पत्रकारों से वार्ता के दौरान स्वयं पर प्रभारी सचिव ने ही मीडिया को बैठक में आने के लिए निमंत्रण दिया था। इससे पहले तक जिला प्रशासन ऐसी बैठको से मीडिया को दूर ही रखना रहा है ताकि उनकी लापरवाही और कोताही की खबरें आम जनता तक न पहुंच पाए। बानगी के लिए बता दें कि पूर्व में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहे जवाहर चौधरी ने एक बार जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में मीडिया को कवरेज के दौरान ही कैमरे बंद करने के लिए कहा था जिसके बाद मीडिया कर्मी आक्रोशित होकर बहिष्कार करके मीटिंग से आ गए। उसके बाद से जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में मीडिया कर्मियों को कवरेज के लिए अलाउड नहीं किया गया था। जिस मीटिंग में कैमरा बंद करने के लिए मीडिया कर्मियों को कहा गया था उसमें भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप जिला परिषद के सदस्यों ने लगाने शुरू कर दिए थे जिसके चलते तत्कालीन मुख्य कार्यकारी अधिकारी सकपकाते हुए मीडिया कर्मियों को कैमरा बंद करने के लिए कहा था लेकिन कल जब इस बैठक में मीडिया कर्मियों को निमंत्रण दिया गया तो यह भी चर्चा रही कि वास्तव में प्रशासन में पारदर्शिता का कोई पर्याय है तो वह सिर्फ आईएएस अधिकारी डॉक्टर समित शर्मा ही है।

सुबह नवलगढ़ आकस्मिक निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी में गंभीर अनियमितता पाए जाने पर कार्यकर्ता को हटाने एवं महिला पर्यवेक्षक को निलंबित करने तथा बाल परियोजना विकास अधिकारी एवं उपनिदेशक आईसीडीएस को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। विद्यालय में बच्चों के प्रति संवेदनहीनता बरतने, पुस्तकालय एवम प्रयोगशाला का संचालन ना होना पाए जाने एवं पोषाहार हेतु प्राप्त गेहूं एवं चावल की बोरियां खुले में पाए जाने पर संबंधित प्रधानाध्यापक को चार्ज शीट एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश भी प्रदान किए गए। बैठक के दौरान 3 मौके ऐसे आए, जब समस्या 2 विभागों के बीच में आपसी तालमेल की कमी होने से हल नहीं हो रही थी। ऐसे में डॉ शर्मा ने एडीएम चैंबर में अधिकारियों को भेजकर समस्या का हल ढूंढकर लाने को कहा। इनमें रीको क्षेत्र में एक पार्क में जलभराव के लिए रीको प्रबंधक व नगर परिषद आयुक्त को, गुढा मोड़ ट्रेफिक लाईट की जगह परिवर्तित करने के मामले में ट्रेफिक इंचार्ज व नगर परिषद आयुक्त को, रीको में ही विद्युत लाईन शिफ्टिंग के मामले में रीको व एवीवीएनएल के अधिकारियों को अलग से भेजकर समस्या का आपसी समन्वय से हल करके लाने को कहा गया। जिसके बाद तीनों ही समस्याओं का समाधान डॉ शर्मा के समक्ष अधिकारियों ने पेश किया। नगरीय निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अतिक्रमण हटाने के नाम पर केवल गरीब रेहड़ी-ठेले वालों पर कार्रवाई करने की बजाय ईमानदारी से अतिक्रमण हटाएं। विशेष कर जो प्रभावशाली लोगों ने कर रखे हैं और जिनकी वजह से यातायात में बाधा उत्पन्न होती है। जो व्यापारी अपना सामान दुकान के बाहर सजा कर रखते हैं उन्हें भी अंदर रखवाया जाए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को यह जांच करने के निर्देश दिए कि जिले में ऐसे कितने शिक्षक हैं, जिनकी खुद की प्राईवेट स्कूल चल रही है। पीडब्ल्यूडी एसई महेंद्र सिंह को सड़क के कार्य में गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने व घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट कर मुकदमा दर्ज करवाने के निर्देश दिए।इस मीटिंग के अंत में उन्होंने जिन अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अच्छा कार्य किया उनको सम्मानित भी उनके द्वारा किया गया।

वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि निरीक्षण करना तो कोई प्रशासनिक अधिकारी, भारतीय प्रशासनिक सेवा के इस अधिकारी डॉ समित शर्मा से सीखे जो बाकायदा पूरे अपनी टीम के साथ आते हैं और सिस्टम की अनियमिताओं का काला चिट्ठा खोलते हुए पोस्टमार्टम तक कर डालते हैं। लेकिन उनके दिए गए दिशा निर्देशों की पालना जिला प्रशासन कितना कर पता है यह एक गंभीर विषय है क्योंकि जब वह जयपुर संभाग की आयुक्त थे उस समय भी उन्होंने झुंझुनू में दौरा किया था और बीड़ीके अस्पताल में उनके द्वारा दिए गए निर्देशों की आज तक भी पालन नहीं हो पाई थी। शेखावाटी लाइव के लिए झुंझुनू से नीरज सैनी की रिपोर्ट

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