बिना सत्यापन और आपसी हौड़ में ऐसी खबरों से बिगड़ सकती है कानून व्यवस्था – एसपी झुंझुनू
झुंझुनू, झुंझुनू जिले से गैर जिम्मेदारी की बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है जिसमें नामचीन इलेक्ट्रॉनिक चैनलों के प्रतिनिधियों ने प्रतिस्पर्धा की हौड़ में झुंझुनू पुलिस को ही काफी दौड़ धूप करवा दी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कल रात से चैनलों पर मारपीट के एक वीडियो का हवाला देकर समाचार चलाए गए। जिसके चलते पूरा झुंझुनू का पुलिस तंत्र भी हरकत में आ गया और जैसा समाचारों में कहा जा रहा था कि यह वीडियो झुंझुनू से संबंधित हो सकता है जिसके चलते झुंझुनू पुलिस को काफी दौड़ धूप करनी पड़ी। लेकिन जब सच्चाई निकलकर सामने आई तो उसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। दरअसल आपको बता दें कि यह जो वीडियो वायरल किया जा रहा था या समाचारों की सुर्खियां बना यह हनुमानगढ़ जिले के बडबिराना गांव में निर्वस्त्र करके पीटे गए एक युवक का पुराना वीडियो था। यह घटना 30 सितंबर 2022 को घटित हुई थी और युवक ने इस संबंध में नौ लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया था। लेकिन वीडियो वायरल होने के उपरांत बड़े समाचार चैनलों के प्रतिनिधियों ने इसकी सत्यता के संबंध में पर्याप्त अनुसंधान किये बिना ही आपसी प्रतिस्पर्धा की होड़ के चलते समाचार प्रसारित कर दिए। जिसके चलते इस पूरे प्रकरण में झुंझुनू पुलिस को तो काफी दौड़ धूप करनी ही पड़ी वही यह समाचार सामने आने के बाद झुंझुनू के लोग भी सहम गए। झुंझुनू एसपी राजर्षि राज ने जानकारी देते हुए बताया कि मीडिया को सेल्फ रेगुलेशन करने की जरूरत है। सोशल मीडिया तो फिर भी रेगुलेटेड नहीं है लेकिन प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटेड मीडिया है यह संगठित रूप से काम करते हैं। कोई भी तथ्य का जब तक सत्यापन नहीं हो आपसी होड़ में ही ऐसी चीज सर्कुलेट ना करें। इससे माहौल खराब होता है कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा रहता है। इसलिए सत्यापन के उपरांत ही इस प्रकार की इस प्रकार की न्यूज़ डालें। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू