आयुक्त अनीता खीचड़ बोली – होगी जाँच, पूर्ण रूप से होगा विकसित पार्क
झुंझुनूं, [ सुनील शर्मा ] कलेक्ट्रेट परिसर के सामने ऐसा ऑफिस जहां पूरे दिन पत्रकारों का जमावड़ा लगा रहता है वही पर हरी दूब के नाम पर काले भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया था । आपको बता दे कि सुचना केन्द्र में परिसर की दिवार पर छुट्टी के रोज चौंकाने वाले तथ्य भाटी कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा कलर से लिखवा दिए गये जिनमें तथाकथित कार्य को दिनांक 6.10.23 से प्रारंभ तथा 20.10.23 को पूर्ण होना बता दिया गया जबकि 26 जनवरी 2024 के आसपास महज़ 4 से 5 ट्रेक्टर ट्राली मिट्टी की डलवाकर उस पर कही से लाकर थोड़ी बहुत हरी दूब पानी डालकर लगा दी गई। उपरोक्त थोड़ा सा कार्य भी सरकारी छुट्टी के दौरान किया गया ताकि किसी को पता न चल सके। भाटी कंस्ट्रक्शन कंपनी के हवाले से जो लिखावट छुट्टी के रोज गुपचुप तरीके से कराई गई उसमें संपूर्ण कार्य को 86784 रु में पूर्ण होना बताया गया जबकि सुत्रों की मानें तो महज 10000 रु के लगभग ही बमुश्किल ख़र्च हुए हैं उपरोक्त कार्य मुख्यमंत्री जिला नवाचार निधि योजना 2021 के अंतर्गत होना लिखवाया गया है। मामले में सुचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि उपरोक्त कार्य भाटी कंस्ट्रक्शन कंपनी से नगरपरिषद द्वारा कराया गया है जिसमें निसंदेह भ्रष्टाचार की बु आ रही है पीआरओ ने यह भी बताया कि इस पार्क के चारों ओर लोहे की फेन्सिंग होनी थी परन्तु क्यों नहीं हुई वें नहीं बता पाए। पत्रकारों में भी अंदरुनी रोष पनप रहा है कि उपरोक्त तथाकथित पार्क विकसित करने के नाम पर घोटाला कैसे हो गया। क्या भाटी कंस्ट्रक्शन कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए ? क्या सुचना केन्द्र का कोई सरकारी कार्मिक भाटी कंस्ट्रक्शन कंपनी के भ्रष्टाचार में मिला हुआ है जिसके चलते कंपनी ने दुस्साहस करतें हुए छुट्टी के दिनों में कार्यालय में घुस कर थोड़ा सा कार्य कर बहुत पहले की दिनांक में कार्य का पूर्ण होना लिखकर सबकों बेवकूफ बनाया गया ? प्रशासन को जल्द से जल्द मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिसके लिए कई मिडिया कर्मी भी उत्सुक हैं कि जिला कलेक्टर द्वारा मामले में प्रसंज्ञान लेना चाहिए ताकि दुध का दुध ओर पानी का पानी हो सकें।
इस मामले में आपको बताते चले कि शेखावाटी लाइव के समाचार पत्र शेखावाटी दर्पण में जब यह समाचार प्रकाशित हुआ तो पूरा प्रशासनिक तंत्र हरकत में आ गया। वहीं लोगों में इस मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया भी देखने को मिली कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का जहां पर जमावड़ा रहता है वहीं पर इतने बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार करने की हिमाकत आखिर कैसे हो गई ? इसके बाद से नगर परिषद द्वारा इसमें देखभाल के लिए बागवान भी नियमित रूप से भेजे जाने लगा। वही इस मामले पर नगर परिषद आयुक्त अनीता खीचड़ से जब बातचीत की गई तो उनका कहना था कि यह मामला मेरे संज्ञान में आ गया है और मैंने इसके संदर्भ में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे दिए हैं। अभी तक पार्टी को पेमेंट नहीं किया गया है और इस पूरे मामले की जांच की जाएगी। वही पूर्ण रूप से इस पार्क को विकसित किया जाएगा। शेखावाटी लाइव के लिए झुंझुनू से सुनील शर्मा की रिपोर्ट