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नर्सिंग कॉलेज का हुआ वर्चुअल शिलान्यास, 21 करोड़ की लागत से बनेगा, दिसंबर 2023 तक होगा निर्माण कार्य पूरा

प्रभारी मंत्री ममता भूपेश रही मौजूद, कहा- “पैरामेडिकल स्टाफ महत्वपूर्ण कड़ी, हमें इनकी सेवाओं पर गर्व”

झुंझुनूं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा की क्रियान्विति में मंगलवार को राजकीय बीडीके अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में जिले की प्रभारी मंत्री एवं महिला बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश की मौजूदगी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पाली से जिले में 21 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले नर्सिंग कॉलेज का वर्चुअल शिलान्यास किया गया। गहलोत ने अपने उद्बोधन में राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में जिले की प्रभारी मंत्री ममता भूपेश ने नर्सिंग स्टॉफ, नर्सिंग विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में देश में सिरमौर है। कोरोना प्रबंधन, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुमं निशुल्क जांच योजना, मुमं निशुल्क दवा योजना के द्वारा प्रदेश के लाखों लोगों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने नर्सिंग कॉलेज खुलने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी प्रदेश भर में जनता की सेवा करेंगे।

पैरामेडिकल स्टाफ हमारी धरोहर:
ममता भूपेश ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण कड़ी है। अकेला चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ के सहयोग के बिना कार्य नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ में भी अधिकांश लोग डॉक्टर बनने की पढ़ाई करते हैं, लेकिन डॉक्टर नहीं बन पाने पर पैरामेडिकल सेवाओं में आते हैं, तो मलाल बना रहता है कि वे डॉक्टर नहीं बन पाए। लेकिन पैरामेडिकल स्टाफ खुद को कमतर बिल्कुल नहीं समझें। ममता भूपेश ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ हमारी धरोहर हैं। पैरामेडिकल स्टाफ की सेवाओं पर हमें गर्व है। चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ दोनों एक ही रेलपथ की दो पटरियां हैं। उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं यथा शहरी नरेगा, चिरंजीवी योजना इत्यादि की जानकारी देते हुए उपलब्धियां बताईं। भूपेश ने कहा कि जल्द ही प्रदेश की 1 करोड़ 40 लाख माताओ बहनों को स्मार्टफोन दिया जायेगा। राज्य सरकार ने अब मातृ वंदन योजना में दूसरी डिलीवरी पर भी पोषण के लिए 6 हजार रुपए की सहायता राशि देना शुरू की है।

कार्यक्रम में अपने संबोधन में खेतड़ी विधायक एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जितेन्द्र सिंह ने भी बतौर चिकित्सक अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि जिले में खेतड़ी का सीएचसी सबसे पुराने अस्पतालों में से एक है। कोरोनाकाल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिले को सभी संसाधन उपलब्ध करवाए, जिससे लोगों की जान बचाई जा सकी। वहीं नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा ने कहा प्रभारी मंत्री ममता भूपेश की कार्यशैली की तारीफ की। सुंडा ने कहा कि कोरोनाकाल में बीडीके अस्पताल में बेहतरीन कार्य हुआ, यही वजह थी कि दिल्ली के मरीज भी बीडीके अस्पताल में भर्ती होते थे और उनका सफल ईलाज भी हुआ। बुहाना प्रधान हरिकिशन यादव ने कहा कि नर्सिंग कॉलेज खुलने से जिले को काफी लाभ मिलेगा। कार्यक्रम का संचालन एडीईओ उम्मेद सिंह महला ने किया। सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विश्वास दिलाया कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं इसी तरह बेहतर बनी रहेंगी। कार्यक्रम में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. कपूर थालौड़ ने भी बीडीके अस्पताल की उपलब्धियों के बारे में बताया।

प्रभारी मंत्री भूपेश ने कार्यक्रम स्थल पर चिरंजीवी योजना के टैग लगे गुब्बारों को भी छोड़ा। इसके बाद मंत्री भूपेश ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन करते हुए योजनाओ की प्रगति की जानकारी ली। इस अवसर पर सीएम सलाहकार डॉ जितेंद्र सिंह, जिला कलक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी, एसपी मृदुल कच्छावा, नगर परिषद चेयरमैन नगमा बानो, नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा, बुहाना प्रधान हरिकिशन यादव, सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी, पीएमओ डॉ. कमलेश झाझड़िया, बाय सरपंत तारादेवी पूनियां मंच पर मौजूद रहे।

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