चूरू, पीएम सूर्यघर योजना में सोलर प्लांट लगवाने वाले जिले के उपभोक्ताओं को योजना का पूरा लाभ मिलने लगा है। रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाने के बाद इनका बिजली का बिल जीरो हो गया है। सोलर प्लांट की स्थापना, लोन, सब्सिडी आदि प्रक्रिया भी बिना ज्यादा समय लिए आसानी से पूरी हो रही है, जिससे उपभोक्ताओं को सोलर प्लांट लगवाने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है।
शनिवार सवेरे जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने जिला मुख्यालय पर विभिन्न उपभोक्ताओं द्वारा अपने घरों की छतों पर लगवाए गए रूफ टॉप सोलर प्लांट का जायजा लिया और योजना को लेकर लाभार्थियों का फीडबैक लिया। जिला कलक्टर ने उनसे सोलर प्लांट स्थापना में लगे समय, प्रक्रिया, परेशानियों और मिल रहे लाभ के बारे में चर्चा की, जिस पर सभी लाभार्थियों ने प्रक्रिया में हुई आसानी पर प्रसन्नता जाहिर की और कहा कि उन्हें योजना का पूरा लाभ मिल रहा है और घरेलू बिजली का बिल शून्य हो गया है। इस दौरान डिस्कॉम एक्सईएन अनिल पूनिया, जेईएन लोकेश मीणा तथा रूफटॉप सोलर वेंडर भी उनके साथ रहे।
उपभोक्ताओं ने जताई संतुष्टि
सभी उपभोक्ताओं ने जिला कलक्टर को बताया कि वेंडर चयन के बाद पंद्रह दिन में पैनल लग गए तथा इसके बाद 7 दिन में ही सब्सिडी की राशि उनके खाते में आ गई। नया बास निवासी देवकिशन सैनी ने बताया कि कि सोलर प्लांट की स्थापना करने से पहले औसत बिल प्रतिमाह करीब 8000 रुपए आता था। पांच किलोवॉट का सोलर प्लांट लगवाने के यह बिल जीरो हो गया है। उन्होंने बताया कि ऑनलाईन आवेदन के बाद वेन्डर चयन करने उपरांत 15 दिन में रूफटॉप सोलर स्थापित कर दिया गया। इसके सात दिन में ही खाते में 78000 रुपए की सब्सिडी भी आ गई। नया बास निवासी सुशीला शर्मा ने बताया कि सोलर प्लांट की स्थापना करने से पहले औसत बिल लगभग 20000 रुपए मासिक आता था। 10 किलोवॉट का सोलर पैनल लगवाने के बाद विद्युत बिल शून्य हो गया है। वेंन्डर चयन करने के बाद पंद्रह दिन सोलर प्लांट स्थापित हो गया। सात दिन में ही सब्सिडी खाते में आई गई।
शेखावत कॉलोनी के रवि सैनी ने जिला कलक्टर को बताया कि सोलर प्लांट की स्थापना करने से पहले औसत बिल लगभग 6500-7500 रुपए आता था, पांच किलोवॉट का सोलर प्लांट लगवाने में 2 लाख 65 हजार रुपये का खर्च आया, जिसमें से 2,12,000 रुपये का ऋण एसबीआई से 10 वर्ष के लिए 7 प्रतिशत ब्याज दर से लिया। सोलर प्लांट लगवाने के बाद पहला बिल 45 रुपए का आया है। ऑनलाईन आवेदन कर वेंडर चयन करने के बाद पंद्रह दिन में सोलर रूफटॉप स्थापित कर दिया गया। स्थापना के सात दिन में ही सब्सिडी की राशि 78 हजार रुपए प्राप्त हो गई।
वार्ड वार शिविर लगाने के दिए निर्देश
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने उपभोक्ताओं की संतुष्टि पर प्रसन्नता जताई और मौके पर ही वेंडर्स व डिस्कॉम अधिकारियों से कहा कि चूरू शहर में वार्ड वार जनप्रतिनिधियों के साथ 2-2 घंटे के शिविर लगाएं और उपभोक्ताओं को जागरुक कर अधिक से अधिक पंजीकरण करवाएं। उन्होंने कहा कि अधिक बिजली खपत वाले उपभोक्ताओं को इसका लाभ लेकर अपना बिजली बिल जीरो करना चाहिए।
अब तक 6447 ने करवाया पंजीकरण
डिस्कॉम एक्सईएन अनिल पूनिया ने बताया कि योजना में अब तक चूरू जिले में 6447 विद्युत उपभोक्ताओं का पंजीकरण किया जा चुका है, जिसमें से 1127 आवेदकों द्वारा सोलर पैनल लगाने हेतु वेन्डर्स का चयन कर लिया गया है। 313 उपभोक्ताओं के यहां सोलर प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं तथा 150 उपभोक्ताओं के यहां पैनल लगाने का कार्य चल रहा है। योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा एक करोड़ सोलर पैनल लगाने वाले परिवारों को हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना का उद्देश्य छत पर सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करके घर में बिजली की लागत को कम करना है। योजना के तहत सरकार परिवार को सोलर रूफटॉप इंस्टॉल करने के लिए सब्सिडी भी दे रही है। सोलर पैनल की आयु लगभग 25 वर्ष है। 5 वर्ष में इसकी लागत पूरी निकल जाती है तथा आगामी 20 वर्ष तक एकदम मुफ्त बिजली का लाभ व्यक्ति को मिलता है। अधिक जानकारी के लिए जोधपुर डिस्कॉम के किसी भी नजदीकी कार्यालय में या दूरभाष नंबर 0291-2742227 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
प्राथमिकता से हो रही ऋण स्वीकृत
एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक मूलचंद मीणा ने बताया कि चिन्हित वेंडर्स के जरिए आवेदन करने पर प्राथमिकता से तत्काल ऋण स्वीकृत किया जाता है तथा उपभोक्ताओं को किसी प्रकार से बैंक के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। अब तक जिन उपभोक्ताओं ने संपर्क किया है, उन्हें तत्काल ऋण स्वीकृत किया गया है।