जिला मुख्यालय पर नेतराम मघराज कॉलेज में चल रहे चुनावी प्रशिक्षण में कर्मचारियों के खाने का मामला तूल पकड़ गया है। कर्मचारियों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को शिकायत की कि उनका खाना घटिया है उस में बदबू आ रही है। जिस पर अतिरिक्त कलेक्टर राजेंद्र अग्रवाल ने संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से खाने को मौके पर जाकर देखा तो मामला सही पाया। बदबूदार खाने को देखकर अतिरिक्त जिला कलेक्ट्रेट को गुस्सा आ गया तथा उन्होंने तत्काल मौके पर खाने को देख रहे जिम्मेदार रसद अधिकारी को मौके पर बुलाया और उनको खाने के बारे में बताया तो रसद अधिकारी ने कोई भी संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया। जिससे अति. कलेक्टर खफा हो गए और जमकर लताड़ लगाई और उन्होंने कहा जांच करवाकर इनको सस्पेंड करवाउंगा। कर्मचारियों को घटिया खाना दिया जा रहा है जबकि सरकार की ओर से खाने के पैसे खूब दिए जा रहे हैं, उसके बाद भी यह लोग घटिया खाना परोस रहे हैं हालांकि यह कोई नया मामला नहीं है पहले भी खाने को लेकर कर्मचारियों ने शिकायत की थी लेकिन डीएसओ ने गंभीरता नहीं दिखाई। गौरतलब है कि खाने की जिम्मेदारी ही नहीं जिले में कहीं भी कोई भी खाने संबंधित शिकायत होती है तो उसकी जांच रसद अधिकारी करते हैं लेकिन जिन जिम्मेदार अधिकारियों पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी हो और वह किसी हिसाब से लापरवाही पूर्वक काम करें तो आखिर जनता का क्या होगा। इस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी को निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जो लोग कर्मचारियों के हक पर डाका डालते हैं उनको कतई बख्शा नहीं जाना चाहिए।