तकनीकी शिक्षा, स्वतंत्र शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं (ईएसआई), सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के राज्य मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय पोलीटेक्निक कॉलेज का निरीक्षण किया। डॉ गर्ग ने इस दौरान कॉलेज में मिली अव्यवस्थाओं के लिए कार्यवाहक प्राचार्य रतिराम एवं उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर के बावजूद गायब मिले प्रवक्ता नरेंद्र पूनिया को एपीओ करने के निर्देश दिए। डॉ गर्ग शुक्रवार दोपहर अचानक जब पोलीटेक्निक कॉलेज पहुंचे तो अधिकांश स्टाफ इधर-उधर था एवं स्टाफ एवं अन्य व्यवस्थाओं के बारे में पूछने पर प्राचार्य कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। कॉलेज में कुल नामांकित 36 में से सिर्फ 9 विद्यार्थी उपस्थित पाए गए। रोकड़ शाखा, पुस्तकालय, फिजिक्स लैब, विभागाध्यक्ष कक्ष, कम्प्यूटर कक्ष, इलेक्ट्रॉनिक वर्कशॉप, कम्युनिकेशन लैब, डिजिटल लैब, संपदा भंडार, बेसिक इलेक्ट्रॉनिक लैब, कारपेंट्री लैब, फिटिंग शॉप, वेल्डिंग शॉप, इलेक्टि्रकल वर्कशॉप, लैंग्वेज लैब सहित अधिकांश लेब एवं कक्षों पर ताले लगे हुए थे। शौचालय समेत समस्त कॉलेज परिसर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं थी। इस बारे में पूछने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। डॉ गर्ग ने वहां मौजूद विद्यार्थियों से भी बातचीत कर कॉलेज की व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने स्टाफ की उपस्थिति पंजिका सहित विभिन्न कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों के हाजिरी रजिस्टर भी चैक किए। डॉ गर्ग ने इस दौरान प्लेसमेंट सेल के प्रभारी प्रवक्ता से कहा कि उन्हें प्रयास करना चाहिए कि युवाओं को जॉब्स आदि के बारे में अधिक से अधिक जानकारी व मोटीवेशन मिले। उन्होंने मौजूद प्रवक्ताओं से कहा कि शिक्षक होने के नाते उनका फर्ज बनता है कि वे युवाओं को एक दिशा दें, जबकि यहां की व्यवस्थाएं अत्यंत असंतोषजनक हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के समस्त पोलीटेक्निक महाविद्यालयों का वर्कलोड एसेसमेंट कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। कॉलेज की व्यवस्थाओं से असंतुष्ट डॉ गर्ग ने तहसीलदार महिपाल सिंह को निर्देश दिए कि वे इसकी समस्त व्यवस्थाओं की जांच कर तत्काल एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इस दौरान प्रमोद, मोहित, पूजा, सरिता, सुनीता, शिशपाल, मोहनलाल सहित कॉलेज स्टॉफ के लोग उपस्थित थे।