जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप चौहान ने बताया
चूरू, जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत मेट के नियोजन के संबंध में प्राथमिकता के अनुसार कम से कम 50 प्रतिशत महिलाओं का चयन किया जायेगा तथा निर्धारित श्रेणी में महिला उपलब्ध नहीं होने पर अन्य श्रेणी से 50 प्रतिशत कोटा पूर्ण किया जायेगा। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप चौहान ने बताया कि मेट के चयन में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले चयनित परिवारों के सदस्य, विधवा, परित्यक्ता अथवा एकल महिला व विकलांग, अनुसूचित जाति/ जनजाति के सदस्य, पिछड़ा वर्ग के सदस्य एवं सामान्य वर्ग को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि कार्यों की निगरानी हेतु 10 से 15 श्रमिकों पर एक मेट एवं 50 से अधिक श्रमिकों पर प्रति 10 से 50 पर एक अतिरिक्त मेट का नियोजन किया जायेगा। योजनान्तर्गत मेट का नियोजन रोटेशन के आधार पर तैयार किये गये पैनल में से कार्यक्रम अधिकारी द्वारा किया जायेगा तथा मेट पैनल में चिन्हित प्रत्येक मेट को जब तक समान अवधि का रोजगार नहीं मिल जाता तब तक किसी मेट को पुनः कार्यों पर नियोजित नहीं किया जायेगा। सीईओ ने बताया कि पुरूष मेट का नियोजन रोटेशन द्वारा पखवाड़ा पूर्ण होने पर उपलब्ध पैनल अनुसार किया जायेगा तथा महिला मेटों के संबंध में उपलब्धता होने पर ही महिला मेट को परिवर्तित किया जायेगा अन्यथा महिला मेट को 100 दिवस से अधिक भी नियोजित रखा जायेगा। महिला मेट के स्थान पर पुरूष मेट को यथासंभव नियोजित नहीं किया जा सकेगा। नियोजित मेट के विरूद्ध शिकायतें प्राप्त होने या कार्य असंतोषजनक पाये जाने पर कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बिना किसी नोटिस के मेट को हटाकर ब्लैकलिस्ट कर दिया जायेगा तथा ऎसे मेटों का पुनः नियोजन अगले एक वर्ष के लिए नहीं किया जायेगा।