आलाकमान की चापलूसी से मंत्री बने रघु शर्मा प्रदेश के अब तक के सबसे नाकाबिल मंत्री – मांवडिया
ऐसे निकृष्ट मंत्री को सरकार से बाहर कर प्रदेश का भला करें गहलोत – नरेन्द्र खीचड़
जयपुर, भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा द्वारा भाजपा प्रदेश नेतृत्व पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आलाकमान की चापलूसी से मंत्री बने रघु शर्मा प्रदेश के इतिहास के सबसे नाकाबिल चिकित्सा मंत्री है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ऐसे निकृष्ट मंत्री को सरकार से बाहर कर प्रदेश की जनता का भला करना चाहिए। जिलाध्यक्ष मावंडिया ने कहा की अपनी अयोग्यता को छिपाने के लिए रघु शर्मा ऐसे बयान देते ही रहते है। जब से वे चिकित्सा मंत्री बने है तब से प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्थाओं का भट्टा बैठ गया है। पहले प्रदेश में स्वाइन फ़्लू से देश में सबसे ज़्यादा लोगों की मौत हुई, उसके बाद अस्पतालों में अव्यवस्थाओं के चलते सैंकड़ों बच्चों की मौत हो गई और कोविड-19 के दौरान अस्पतालों में लोग परेशान होते रहे और अयोग्य चिकित्सा मंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए आलाकमान की चापलूसी करते रहे। मंत्री विश्वेंद्र सिंह , कांग्रेस विधायक भरत सिंह , हरीश मीना , राजकुमार शर्मा द्वारा सरकार की ख़िलाफ़त से कांग्रेसी नेतृत्व डरा हुआ है। भाजपा सांसद नरेन्द्र खीचड़ ने कहा की रघु शर्मा खुद एक दोयम दर्जे के नेता है। प्रदेश में उनकी क्या साख है सब जानते है। ये अहंकारी मंत्री कभी प्रधानमंत्री का नाम लेकर झूँठ बोलते है और कभी भाजपा अध्यक्ष पर अनर्गल टिप्पणी करते है । इसलिए रघु शर्मा को मानसिक स्वास्थ्य लाभ की भी ज़रूरत है । मुख्यमंत्री को ऐसे भ्रष्ट और निकृष्ट मंत्री को तुरंत मंत्री मंडल से बाहर कर प्रदेश की जनता पर उपकार करना चाहिए। डा.सतीश पूनियाँ और भाजपा के किसी नेता को ऐसे चापलूस और निकम्मे मंत्री के सर्टिफ़िकेट की ज़रूरत नहीं है। रघु शर्मा की छवि और इतिहास पुरा प्रदेश जानता है। राज्य सभा चुनाव में असंतुष्ट विधायकों द्वारा बग़ावत की आशंका के चलते कांग्रेस नेता बोखला गए है। सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया ने कहा की कोविड-19 के संकट के दौरान पूरे प्रदेश में जनता परेशान होती रही भामाशाहों, समाज सेवी संस्थाओं और सेवा भारती जैसी संस्थाओं ने लोगों की मदद की उन्हें राशन और चिकित्सा सुविधाएँ मुहैया करवाई , सरकार ने तो लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया था। भाजपा अध्यक्ष डा.सतीश पूनियाँ ने तो इतने ख़राब हालात में भी सवाई मान सिंह अस्पताल में जाकर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली, डाक्टर और बाक़ी लोगों से मिले, क्वारंटिन सेंटर्स पर जाकर वहाँ के हालात की जानकारी ली और अव्यवस्थाओं से सरकार को अवगत करवाया। कोरोना वारियर्स का हौसला बढ़ाया लेकिन जिन चिकित्सा मंत्री पर इनकी ज़िम्मेदारी थी वो घर में सोते रहे। भाजपा जिला महामंत्री राजेंद्र भांबू ने कहा की सरकार मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री सभी कोरोना के प्रबंधन में पूरी तरह फ़ेल हो चुके है। दवा, पीपीई किट ख़रीद में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। खुद चिकित्सा मंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र और जिले में भी लोगों की सुध लेने नहीं गए और अब मुख्यमंत्री के इशारे पर इस तरह के बयान दे रहे है । सोनिया गांधी मज़दूरों के नाम पर चंदा उगा रही है, प्रदेश की सरकार राजस्थान के लोगों का पैसा भ्रष्टाचार से दिल्ली दरबार में पहुँचा रही है । पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर ने कहा कि भाजपा के प्रदेश के नेता अपनी मेहनत, ईमानदारी और जनता के प्रेम की बदौलत राजनीति में ऊँचाई तक पहुँचे है। संकट के इस समय में भी उन्होंने प्रदेश की जनता की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ी । भाजपा अध्यक्ष ने एक लाख से ज़्यादा लोगों से संवाद किया, हज़ारों कार्यकर्ताओं के माध्यम से लाखों लोगों को भोजन राशन पहुँचाया, देश -विदेश में फँसे प्रवासी राजस्थानियों को उनके घरों तक पहुँचाने के लिए पुरज़ोर प्रयास किए, सरकार के सताए लोगों की आवाज़ बुलंद की, ऐसे नेता के बारे में चापलूसी से मंत्री बने एक नेता द्वारा की गई अनर्गल टिप्पणी की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है ।