मैट्रिक्स ओलंपियाड 2022-23 के प्रतिभा सम्मान समारोह में विद्यार्थियों के लिए हुए प्रेरक उद्बोधन
चूरू, जिला मुख्यालय स्थित दादाबाड़ी में आयोजित मैट्रिक्स ओलंपियाड 2022-23 के प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रतिभावान विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। समारोह में वक्ताओं ने प्रेरक उद्बोधन के जरिए विद्यार्थियों का उत्साह बढाया। कार्यक्रम में चूरू जिले के विजेता विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। सम्मान समारोह में बड़ी संंख्या में जिले के विद्यार्थी और उनके अभिभावक पहुंचे। कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर मैट्रिक्स के निदेशक अनुपम अग्रवाल ने पधारे हुए विद्यार्थियों को करियर ऑप्शंस की जानकारी दी और भविष्य की जीवन योजनाओं को लेकर प्रेरित किया। अग्रवाल ने अपने निजी अनुभवों को साझा करते हुए जेईई और नीट परीक्षाओं में सफलता के टिप्स दिए।
मोटिवेशनल स्पीकर विष्णु पारीक ने जीवन को लक्ष्यों के साथ कैसे जिया जाए और एक विद्यार्थी जीवन में अपने उद्देश्यों की प्राप्ति कैसे कर सकता है, इस पर सूत्र साझा किए। पारीक ने भगवान हनुमान के जीवन दृष्टांतों को वर्तमान परिप्रेक्ष्य से संबंधित करते हुए समर्पण, अनुशासन और निष्ठा के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि व्यक्ति जन्म से नहीं अपितु अपने कर्म से महान बनता है।
प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. घनश्यामनाथ कच्छावा ने चूरू की धरती पर ऎसा भव्य आयोजन करने पर मैट्रिक्स परिवार का आभार व्यक्त किया और “कोशिश करने वालों की हार नहीं होती” कविता के माध्यम से विद्यार्थियों में उत्साह भरा। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे तारानगर बीडीओ संतकुमार मीणा, जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश फगेड़िया, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, सामाजिक कार्यकर्ता गीतूश्री घोड़ेला ने भी विचार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
कार्यक्रम में बच्चों को कैश प्राइज, अवॉर्ड किट, सर्टिफिकेट और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र सुथार ने किया। सुथार ने मैट्रिक्स समूह व मैट्रिक्स ओलम्पियाड के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि यह ओलम्पियाड मैट्रिक्स की सामाजिक उत्तरदायित्व की पहल के तहत किया जाने वाला ऎसा प्रकल्प है जिसके माध्यम से विद्यार्थी अपनी वास्तविक शैक्षणिक स्थिति का आसानी से पता कर सकता है। इस दौरान मैट्रिक्स मैनेजमेंट टीम से महेंद्र महला, राजेश शर्मा आदि ने सहयोगी भूमिका निभाई।