

इस मौके पर नंदीशाला को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। गोपीनाथ गोशाला, फतेहपुर गोशाला, रामगढ़ गोशाला, हरदयाल गोशाला आदि के द्वारा संचालित करने पर चर्चा हुई। सरकार द्वारा एक बार 50 लाख रूपये देने के बाद स्थाई रूप से नन्दीशाला को कोई सहायता राशि नहीं देने पर संचालन के लिये कोई सहमति नहीं बन पाई। इस बैठक में जिला कलेक्टर नरेश ठकराल निराश्रित नर गो वंश से हो रहे नुकसान की समस्या को दूर करने के लिए पूरे प्रयास रत दिखे। महंत दिनेशगिरि ने इस मौके पर सुझाव दिया कि कलेक्टर सहित जिले का प्रशासन और राजनेता प्रयत्न करें ओर सीकर नगर परिषद सहित जिले की सभी नगर पालिकायें नन्दीशाला के लिये स्थाई रूप से कुछ सहयोग राशि देती है तो संचालन सम्भव है और अगर सरकार अपने वादे के अनुसार प्रति वर्ष 9 माह की सहायता राशि की सहमति देती है तो पूरे प्रदेश में राजस्थान गो सेवा समिति नन्दीशाला संचालित करने के लिये तैयार है।