जिला मुख्यालय की सबसे बड़ी समस्या या यो कहे झुंझुनूं शहर पर बदनुमा दाग रोड़ न तीन की दुर्दशा का अब समाधान हो जाएगा। जिला मुख्यालय की रोड नंबर तीन लगातार सुर्खियों में रही है। कारण यह है कि यह झुंझुनूं मुख्यालय की प्रमुख सड़क है। जिस पर यातायात का दबाव बना रहता है। लेकिन इसमें पड़े गड्ढों से कई बार सवाल उठे कि आखिर यह सड़क है या फिर दरिया। कभी कभी तो इस रोड के गढ्ढो को देखकर भ्रम भी होता है कि कही यहाँ पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा खुदाई तो नहीं की जा रही है। रोड़ न तीन हमारे शासन और प्रशासन की उपलब्धियों पर मुँह चिढ़ाती है। लेकिन अब सबकुछ सही रहा तो इस रोड़ को भी शीघ्र ही दुर्दशा से मुक्ति मिल जाएगी। देर से ही सही पर दुरस्त आये। शनिवार को जब सांसद संतोष अहलावत झुंझुनूं से इंडाली होते हुए सोलाना की सड़क का शिलान्यास करने आई थी तो उन्होंने सड़क की हालत देखकर एनएचएआई के अधिकारियों से बातचीत कर इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए थे। जिसका असर रविवार को ही देखने को मिल गया। रविवार से एनएचएआई ने इस पर काम शुरू कर दिया है। सांसद संतोष अहलावत ने नारियल फोड़कर इस काम का शुभारंभ किया। साथ ही खुद ही फावड़ा चलाया। यह कार्य गुढ़ा मोड़ से लेकर बीहड़ चैक पोस्ट तक होगा। जिसकी अनुमानित लंबाई करीब 5200 मीटर है। यह सड़क सीमेंटेड बनेगी और 10 मीटर चौड़ी होगी। इसके बाद इस सड़क से गुजरने वाले लोगों को राहत मिलेगी। आज एनएचएआई के अधिकारियों से सांसद संतोष अहलावत ने कहा कि वे इस काम को जल्द से जल्द पूरा कर दें। लेकिन बताया जा रहा है कि यदि मौसम ने साथ दिया तो यह सड़क करीब दो माह में बनकर तैयार हो जाएगा। यदि भारी बारिश होती है तो बीच में काम रोकने पर यह समय बढ़ सकता है। परंतु कुल मिलाकर इस बार इस सड़क का स्थायी समाधान होने की खुशी क्षेत्र के लोगों को है