
झुंझुनू, राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक जारी सभी प्रकार की बजट राशि के व्यय एवं शेष राशि पर विस्तृत चर्चा करने के लिए आज स्काउट गाइड कार्यालय स्थित सभा भवन में एक जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस जिला स्तरीय बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अनुसूईया ने संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष के अब मात्र पन्द्रह दिन बचे हैं जिनमें से मुश्किल से दस कार्य दिवस उपलब्ध रहेंगे, अतः सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारी इस प्रकार से योजना बनाएं कि परिषद द्वारा जारी की गई समस्त गतिविधियों से संबंधित राशि का शत प्रतिशत व्यय किया जा सके।
उन्होंने बताया कि कुछ ब्लॉक्स की प्रगति बहुत कम है जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है।
एपीसी कमलेश तेतरवाल ने समसा के समस्त कम्पोनेंट्स की समस्त गतिविधियों की एक-एक कर चर्चा करते हुए सभी ब्लॉकों के द्वारा अब तक व्यय की गई राशि तथा शेष राशि के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बीस मार्च के बाद अगर राशि शेष रहेगी तो किसी भी समय राशि वापस ली जा सकती है,अतः सभी प्रयास करके 20 मार्च तक राशि को खर्च कर दें। राशि खर्च नहीं होने पर उपलब्ध राशि के अगले वित्तीय वर्ष में स्पिल ओवर होने की कोई गुंजाइश नहीं है। यदि किसी भी संस्था प्रधान द्वारा या ब्लॉक में राशि खर्च कर दी है व बिल वाउचर बना लिए हैं लेकिन एसएनए से राशि नहीं उठाई है तो फिर वह भुगतान इकतीस मार्च के बाद किसी भी सूरत में नहीं हो सकेगा। एपीसी राजबाला ने पीएम श्री व व्यावसायिक शिक्षा पर चर्चा करते हुए आवंटित बजट को शीघ्र खर्च करने के लिए आग्रह किया। पीओ रामचन्द्र यादव ने गत माह की मीटिंग व अब तक की प्रगति से अवगत करवाया। पीओ मुकेश लाम्बा ने बालिका शिक्षा व मनोज झाझड़िया ने प्रशिक्षण सम्बन्धी गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की तथा बलवीर हुड्डा ने सामुदायिक गतिशीलता,राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के बारे में प्रगति से अवगत करवाया। मीटिंग में सीबीईओ राजेंद्र खीचड़,आत्माराम,महेंद्र सिंह जाखड़, जितेंद्र सुरोलिया,सुशील शर्मा, एसीबीईओ कुलदीप पूनिया,सज्जन कुल्हार,दामोदर जांगिड़,अनीता चौधरी, मनीष चाहर,राजपाल गोदारा,बृजलाल,आरपी भानुप्रकाश,जयप्रकाश महला,राजेश कुमार,मुकेश कुमार,शेरसिंह आदि भी उपस्थित रहे।