सर्व समाज के संगीत प्रेमियों ने
झुंझुनूं, दुनिया के महान संगीतकार भारत के पंडित जसराज को श्री चंचलनाथ टीले के पीठाधीश्वर ओमनाथ महाराज व विचारनाथ महाराज के सानिध्य में सर्व समाज के संगीत प्रेमियों ने श्रद्धाजंलि दी। तीनों पदम पुरस्कारों से अलंकृत पदमश्री, पदम भूषण एवं पदम विभूषण से सम्मानित महान संगीत साधक, गायक, तबला वादक पंडित जसराज की आत्मिक शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा और चित्र पर पुष्पांजलि दी। श्रद्धाजंलि सभा में ओमनाथ महाराज एवं शास्त्रीय संगीत के गायकार मास्टर पवन शर्मा, युवा गायक राकेश बावलिया द्वारा शास्त्रीय संगीत के भजनों की प्रस्तुति दी गई। झुंझुनूं नागरिक मंच संयोजक उमाशंकर महमियां ने बताया कि पंडित जसराज हरियाणा के हिसार में एक साधारण परिवार में जन्मे, वे भारत की महान विभूति थे। उन्होंने 72 वर्षों तक संगीत सेवा का कीर्तिमान बनाया है। मेवाती घराने के संगीत सम्राट पंडित जसराज शास्त्रीय संगीत के अतुलनीय कलाकार थे। संगीत सम्राट को उनकी ठुमरी, हवेली संगीत, तथा जसरंगी, जुगलबंदी के लिए सदियों याद किया जाएगा। 90 वर्ष की आयु में अंत समय तक अमेरिका के न्यू जर्सी में साधकों को अपनी सेवा दे रहे थे। वे एक महान कर्मयोगी थे। श्रद्धांजलि सभा में अंतर्राष्ट्रीय महासभा के जिला अध्यक्ष महेश बसावतिया, पूर्व उप सभापति पवन पुजारी, चन्द्र भान खाजपुरिया, राकेश व्यास, देवकीनंदन वर्मा, भरत शर्मा, विनोद पुरोहित, लीलाधर पुरोहित, सुरेश चौमाल, देवेंद्र मोहन छक्कड़ आदि सर्व समाज के लोग उपस्थित थे।