नीमकाथाना, जिला कलक्टर शरद मेहरा ने भीषण गर्मी के दौरान आमजन को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सोमवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ साप्ताहिक समीक्षा के दौरान पीने के पानी की आपूर्ति, गुणवत्ता, टैंकर से पेयजल परिवहन, पाइपलाइन बदलने सहित अन्य आवश्यकताओं पर संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्यवाही करने की बात कही।
कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार के सम्पर्क पोर्टल पर जल आपूर्ति से सम्बंधित प्रकरणों का निस्तारण समय पर किया जाए. जिला मुख्यालय के वार्ड 19 सहित अन्य कॉलोनियों, पाटन के मीना की नांगल एवं अन्य ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्याओं को जल की गुणवत्ता जांच रिपोर्ट, पाइपलाइन बदलने, अवैध कनेक्शन पर कार्रवाई, टैंकर से जल परिवहन और भूतल जलाशय योजना आदि के जरिए समाधान कराया जाए.
मेहरा ने जलदाय विभाग के साथ-साथ पंचायती राज विभाग को भू-तल जलाशयों की जरूरत के अनुरूप निर्माण और नियमित साफ-सफाई के लिए भी निर्देश दिए. ग्राम पंचायतों से ग्राम विकास अधिकारी के जरिए पेयजल पाइपलाइन एवं ट्यूबवेल के लिए प्रस्ताव से मंगवाने के निर्देश दिए. वन विभाग शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बनाई गई पानी की खेली आदि में पानी भरने और सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
कलक्टर ने कहा कि जिन सरकारी कार्यालय भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अनुपयोगी है तो उन्हें ठीक करवाकर उपयोग में लाया जाए. विभिन्न विभाग आगामी बरसात के मौसम के मद्देनजर वृक्षारोपण के लिए पौधों की खरीद के लिए जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी से संपर्क करें।
मेहरा ने जिले में दुर्घटना संभावित सड़कों पर चेतावनी बोर्ड लगावाने तथा निर्माणधीन कार्यों को समन्वय से पूर्ण करने की बात कही. विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की सूची जल्द भिजवाने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर अनिल कुमार, जिला परिषद के अतिरिक्त सीईओ मुरारी लाल शर्मा, नगर परिषद आयुक्त सुरेश मीना, जलदाय विभाग के जे.पी. सामरिया एवं संदीप यादव, वन विभाग के रेंजर भीम सिंह यादव एवं विजय सिंह फागेरिया, कृषि विभाग के शंकरा राम, सीएमएचओ विनय गहलोत, चिकित्सा, शिक्षा, बिजली, सार्वजनिक निर्माण, पशुपालन, खनन, आबकारी और बाल विकास सेवाएं विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।