शिमला[अनिल शर्मा ] ग्राम रवां से पचेरी जाने वाली मुख्य सडक की हालत ग्राम रवां मे बद से भी बदतर हो गई है। सडक को पार करना तालाब को पार करने जैसा हो रहा है। ग्रामीण बुरी तरह से परेशानी का सामना कर रहे हैं। आये दिन सडक पर महिलाएं पानी के घडे लेकर गिर जाती हैं। अनेक महिलाएं चोटील हो चुकी हें। सडक पर पैदल चलना भी हादसे को निमन्त्रण देना है। महिलाओं को दिनभर इस सडक से गुजरना पडता है क्योंकि पानी की टंकी इसी सडक पर स्थित है। वो जब पानी लाने जाती हैं तो फिसल कर चोटील हो जाती हैं। इस सडक का निर्माण गत 8 माह पूर्व हुआ था। लेकिन उस समय ठेकेदार ने इस 400 मीटर टुकडे को बिना सडक बनाये ही छोड दिया। और उसके बाद ठेकेदार आया ही नही। ग्रामीण अनेक बार उच्चाधिकारियों से भी मिले लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नही की। कुछ दिन पूर्व ग्राम मे अतिक्रमण हटाने आये प्रशासन को भी इस सडक को लेकर महिलाओं के विरोध का सामना करना पडा था। तब उपखण्ड अधिकारी ने शीघ्र ही इस टुकडे को बनवाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन उसके बाद भी तीन माह बीत चुके है। लेकिन हुआ कुछ नही। इसके बाद परेशान होकर ग्रामीणों ने रवां सरपंच प्रतिनिधी शिवकुमार जेवरिया व नवयुवक मण्डल अध्यक्ष हजारीलाल गुर्जर के नेतृत्व मे जिला कलेक्टर व उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा तथा सडक के निर्माण की मांग की। लेकिन ज्ञापन सौंपने के एक माह बाद भी प्रशासन ने कोई कार्यवाही नही की। जिससे ग्रामीणों मे गहरा रोष है। ग्राम के युवा सत्तू गुर्जर, राजेन्द्र, सुरेश, संजय, कालू, युवा मण्डल उपाध्यक्ष नत्थूसिहं गुर्जर, प्रेमसिहं, सन्तोष, रोहित, अशोक खटाणा, सत्येन्द्र अवाना, पूर्णसिहं गुर्जर व मोनू गुर्जर सहित अनंक लोगों ने बताया कि यदि प्रशासन ने एक सप्ताह मे इस तरफ यदि कोई ध्यान नही दिया तो वो मजबूर होकर उपखण्ड कार्यालय खेतडी के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे। तथा खेतडीनगर- रवां मार्ग को भी जाम करेंगे।