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झुंझुनूं नगर परिषद के अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन के प्रति नहीं है गंभीर, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विजन की नही हो रही पालना – न्याय मित्र केके गुप्ता

न्याय मित्र केके गुप्ता ने झुंझुनू शहर का किया औचक निरीक्षण, न्यायालय को प्रस्तुत की रिपोर्ट

लैगेसी वेस्ट उठाने के कार्य में कोई प्रगति नहीं, एमआरएफ मशीन 2 साल से धूल फांक रही

झुंझुनूं, स्थाई एवं अनवरत लोक अदालत जिला झुंझुनू द्वारा शेखावाटी अंचल की तीन प्रमुख निकाय नगर परिषद झुंझुनूं, नगर पालिका नवलगढ़ और नगर पालिका मंडावा के लिए नियुक्त किए गए न्याय मित्र तथा पूर्व सभापति नगर परिषद डूंगरपुर केके गुप्ता द्वारा निकाय क्षेत्र झुंझुनू शहर का औचक निरीक्षण किया गया और स्वच्छ भारत मिशन के तहत विभिन्न कार्यों का पर्यवेक्षण किया गया।

न्याय मित्र गुप्ता ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्हें स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों में गंभीर लापरवाही देखने को मिल रही है और निकाय के संबंधित अधिकारी तथा कर्मचारी स्वच्छ भारत मिशन जैसे राष्ट्रीय अभियान के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिख रहे हैं। यह अभियान अपने आप में एक राष्ट्रीय महत्व का अभियान है, जिसका सपना देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी ने देखा है कि हमारे देश का प्रत्येक नगर क्षेत्र स्वच्छ और सुंदर होना चाहिए लेकिन, निकाय झुंझुनू में यहां इसके बिलकुल उलट ही देखने को मिल रहा है। निकाय के अधिकारी इस बात के प्रति भी गंभीर नहीं है कि, प्रदेश के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और विभाग के मंत्री झाबर सिंह खर्रा भी प्रधानमंत्री मोदी के इस दूरदर्शी विजन की शत प्रतिशत पूर्ति के लिए दृढ़ संकल्पित है।

न्याय मित्र गुप्ता ने कहा कि, मैं यहाँ स्पष्ट करना चाहूँगा कि “स्वच्छ भारत मिशन” भारत सरकार, राजस्थान सरकार कि प्राथमिकता है परन्तु जिस गंभीरता से इसे लेना चाहिए सम्बंधित अधिकारी नहीं ले रहे है निकायों का प्रथम दायित्व स्वच्छता है स्वच्छता के अभाव में विकास शून्य नजर आता है। न्याय मित्र गुप्ता द्वारा निरीक्षण के पश्चात लोक अदालत को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया गया है कि, उनके द्वारा गत 24 व 25 फरवरी 2024 को झुंझुनू नगर परिषद् शहरी क्षेत्र का निरिक्षण किया गया। निरिक्षण के दौरान जानकारी मिली की आयुक्त, अधिशाषी अधिकारी, मुख्य सफाई निरीक्षक एवं दो सफाई निरीक्षक के आकस्मिक स्थानांतरण हो जाने से शहर की स्थितियां बद से बदत्तर हो रही है, जिसमे मुख्य रूप से चारों तरफ सड़कों पर गन्दगी फैल रही थी, जानवर खुले में सड़कों पर घूम रहे थे, दुकानदार दुकान का सामान सड़कों पर सजाकर खुल्ला बेच रहे थे जिसमें मुख्य रूप से नेहरु बाजार, रोड़ न. 1, रोड़ न. 2, गाँधी चौक अतिक्रमण का शिकार नियमित बने रहते है बार-बार कार्यवाही करने के उपरांत भी व्यापारी नहीं मानने की स्थिति में पुलिस कार्यवाही की आवश्कता है। ट्राफिक को निकलने में भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है तथा कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। सार्वजनिक टोयलेटों एवं सामुदायिक शौचालयों की दुर्दशा गन्दगी होने से आमजन को भारी परेशानी उठानी पड़ रही हैं तथा कई जगह तो टॉयलेट न होने से आमजन एवं महिलाओं को भारी समस्या उठानी पड़ती है जबकि स्वच्छ भारत मिशन में सार्वजनिक टोयलेटों एवं उनके सफाई पर विशेष ध्यान आकर्षित किया गया है। डोर टू डोर कचरा संग्रहण एवं वार्डों कि सफाई व्यवस्थित नहीं है। नाईट स्वीपिंग के लिये कोमर्शियल एरिये में करने हेतु पाबंद किया गया था परन्तु कुछ दिन करने के पश्चात् वापस बंद करने से गन्दगी फैली रहती हैं। प्लास्टिक बंद पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने से व्यापारी खुलेआम प्लास्टिक थेलियों में सामान दे रहे है तथा सडकों पर प्लास्टिक चारों तरफ फैल रहा है। नाले एवं नालियाँ गन्दगी से भरे पड़े है तथा मख्खी, मच्छर एवं कीटाणुओं से बिमारियाँ होने कि प्रबल संभावना है। दीवारों पर पेंटिंग एवं स्वच्छता के सन्देश व होल्डिंग नहीं लगाए गये है। पूर्व में दिनांक 18-02-2024 को मांगी गई रिपोर्ट आज दिनांक तक प्राप्त नहीं हुई है जिससे वास्तविक खर्चो का मूल्यांकन नहीं हो पाया।

लैगेसी वेस्ट के कार्य को लेकर गंभीर नही है अधिकारी

न्याय मित्र गुप्ता ने बताया कि लैगेसी वेस्ट – अभी तक लैगेसी वेस्ट उठाने का कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है तथा घरों के कचरे को कचरा यार्ड में डालकर “स्वच्छ भारत मिशन” की मजाक उड़ाना कहाँ जाये तो कोई अतिश्योक्ति नहीं है। एम आर एफ की तीनों मशीने बंद पड़ी हैं जबकि इन्हें खरीदें 2 साल के लगभग समय हो गया है सरकार व जनता के धन का दुरूपयोग का सीधा प्रकरण दर्ज होना तथा माननीय न्यालय द्वारा संज्ञान में लेना उचित होगा पूर्व बैठक के दौरान तत्कालीन अधिशाषी अभियंता राहुल द्वारा यह कहना की 15 दिवस में मशीनों में बिजली का कनेक्शन हो जायेगा तथा मशीने चालू हो जाएगी आज तक मशीन चालू नहीं होना उनकी कार्यप्रणाली पर संदेह व्यक्त करती है।

पुरानी हवेलियों के क्षतिग्रस्त एवं निर्माण को लेकर जवाब मांगा गया था परन्तु पूर्व आयुक्त द्वारा स्पष्टीकरण नहीं दिया गया हैं बात करने पर बताया कि शीघ्र ही रिपोर्ट पेश कर दी जायेगी तत्पश्चात कार्यवाही हेतु निर्देशित किया जायेगा। समस तालाब – शहर के अन्दर बने समस तालाब गन्दगी से भरा हुआ है तथा चारों तरफ गन्दगी व झाड़ झंगार हो रहा है जबकि शहर में लोग एवं महिलायें पवित्र कार्यों के लिये वहा जाते है उस हेतु आयुक्त को उचित दिशा निर्देश एवं 7 दिन के अन्दर ही कार्य पूर्ण करने का आश्वासन दिया है। रोडवेज बस स्टेंड – गन्दगी से भरा हुआ पाया गया जगह-जगह कचरा पड़ा हुआ था सार्वजानिक टोयलेट गन्दगी से भरे हुए थे जिन्हें स्वच्छता हेतु सम्बंधित विभाग एवं नगर परिषद् को शीघ्र ध्यान देने की आवश्यकता हैं।

न्याय मित्र गुप्ता ने कहा कि, उनका न्यायालय से अनुरोध रहेगा कि झुंझुनू राजस्थान का वह शेखावाटी क्षेत्र है जहाँ पर हजारों धर्मप्रेमी ट्यूरिस्ट नियमित रूप से झुंझुनू आते है मुख्य रूप से खाटूश्याम जी, सालासर जी व राणीसती दादी के पवित्र स्थानों में चहल- पहल बनी रहती है तथा स्वच्छता हेतु नगर परिषद्, झुंझुनू में हुए स्वच्छता कार्मिकों के स्थानांतरण के उपरांत कोई कर्मचारी उनके स्थान पर नहीं लगाने सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई है ऐसी स्थिति में जब तक नये कर्मचारियों का स्थानान्तरण झुंझुनू नहीं हो तब तक उन्ही कर्मचारियों को यथावत रखने हेतु उचित निर्देश प्रदान करें।

वर्तमान आयुक्त अनीता खिंचड से इस सन्दर्भ में चर्चा हो गई थी तथा सोमवार से किसी भी प्रकार की स्वच्छता में कमी नहीं रहेगी तथा जहाँ-जहाँ शौचालय एवं मूत्रालय कि आवश्यकता है उपलब्ध भूमि अनुरूप शीघ्र ही कार्य करवाने का आश्वासन भी दिया गया हैं। अत: न्यायालय से निवेदन है कि स्वच्छता पर गंभीर से कार्य करने हेतु उचित दिशा निर्देश जारी करें।

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